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स्कोडा कोडिएक विशेषताएं
टायर साइज़ और ब्रैंड: 235/55 R18 MRF
ग्राउंड क्लीयरेंस: 140mm
ऑफ़-रोड गियर: मांग पर ऑफ़-वील ड्राइव + ऑफ़-रोड ड्राइविंग मोड
मूल्य: 44.87 लाख रुपए, ओटीआर, मुंबई
परिचय
स्कोडा कोडिएक, फोक्सवेगन तिगुआन का सात-सीटर वर्ज़न है। हमारे पिछले ऑफ़-रोड डे में तिगुआन ने अपने सौम्य ऑफ़-रोडिंग कौशल से प्रभावित किया था। ये दोनों ही एसयूवीज़ अंदर से एक जैसे ही हैं। फिर चाहे बात इनके सस्पेंशन, ब्रेक्स, टायर्स या ऑफ़-रोड टेक्नोलॉजी की क्यों ना हो। लेकिन कोडिएक का डिज़ाइन कुछ अलग है। ख़ासतौर पर यह काफ़ी लंबी है और हम अच्छी तरह जानते हैं, कि लंबी गाड़ी ऑफ़-रोड अनुभव के लिए अच्छी साबित नहीं होती है।
हमें पता है, कि फ़ोक्सवेगन ग्रुप की ऑफ़-रोड टेक्नोलॉजी कैसे काम करती है। यह काफ़ी स्मार्ट और सहज है। इसके अलावा जब तक आप इसे बड़े पत्थरों और गहरे पानी में नहीं ले जाते, तब तक यह अच्छा प्रदर्शन भी करती है। जिस पल एक पहिया अपना ट्रैक्शन खोता है, उसी वक़्त सिस्टम उस पहिये पर ब्रेक लगा देता है, जिससे उस पहिये को घुमाने में ऊर्जा ख़राब नहीं होती है। चुनौतीभरे हालत से निकलने के लिए ये अपने पहियों पर पहुंचने वाले टॉर्क को भी नियमित करती है।
कोडिएक के लिए एक अआचैर ख़ुश-ख़बर है, कि इस साल कारवाले ऑफ़-रोड डे में 4L के मुक़ाबले 4H का ज़्यादा इस्तेमाल रहा। बड़े पत्थरों, दल-दल की बजाय बजरी, धूल और मिट्टी के टीले रहे। हमारे ख़्याल से ऐसा सेट-अप कोडिएक के लिए बेहतर है।
नया इलाक़ा
इस साल हमने बरसात में ऑफ़-रोड डे करने की बजाय ज़रा हटके माहौल में इसे आयोजित किया है। सतह चपटी और फिसलनदार है। वैसे तो हमने टो रोप लिया हुआ है, लेकिन हमें इसकी ज़रूरत नहीं पड़नी चाहिए, बशर्ते हम कुछ बेहद मूर्खतापूर्ण ना कर दें। वैसे, आपको बता दूं, कि हमें इसकी ज़रूरत नहीं पड़ी।
फिर भी कई ऐसी चुनौतियां थीं, जहां हमें धीमे और सतर्कतापूर्वक गाड़ी चलानी थी। कुछ हिस्सों में स्पॉटिंग यानी बाहर से राह दिखाने की ज़रूरत पड़ी, ताकि गाड़ी को नीचे से नुक़सान ना पहुंच सके।
हमारे सेटअप में ढेर सारी बजरी और पत्थरों से ठसा-ठस लदे कई सारे ट्रक्स थे, जो ना जानें, किस दिशा में जा रहे थे। यह माहौल कोडिएक के लिए इतना संगत था, कि हमें ऑफ़-रोड ड्राइविंग मोड भी शुरू नहीं करना पड़ा। इसका क्लीयरेंस अच्छा, राइड सुविधाजनक और हैंडलिंग मज़ेदार थी।
परीक्षण
हमने बहुत घुमावदार सेटअप किया और यह सेटअप काफ़ी फिसलनदार और तंग था। कोडिएक को इस सेटअप में टेस्ट करते वक़्त हमें पावर की हल्की कमी महसूस हुई। एमआरएफ़ टायर्स कोई ख़ास मददगार साबित नहीं हुए। ये 18-इंच के टायर्स सड़कों के लिए सही हैं। सभी तरह के टेरेन्स के अनुसार डिज़ाइन किए गए टायर्स अच्छा नियंत्रण और बेहतर प्रतिक्रिया देते। इन टायर्स और ऑफ़-रोड के लिए पावर की कमी के साथ हमें कोडिएक को यहां टेस्ट करने में थोड़ी मशक़्क़त करनी पड़ी। हमने कुछ कोन्स भी गिरा दिए। लेकिन यहां यह भी बताना ज़रूरी है, कि कोडिएक के त्वरित और सटीक प्रतिक्रिया की वजह से हमें इसे ड्राइव करते वक़्त थकान महसूस नहीं हुई।
कचिडएक ने 0-40-0 की दौड़ में भी अच्छा प्रदर्शन किया है। इसके इलेक्ट्रॉनिक्स (हमने ईएसपी या ट्रैक्शन सेटिंग्स को बिल्कुल भी हाथ नहीं लगाया, केवल ऑफ़-रोड मोड को चालू किया) ने भी अच्छा काम किया है। अच्छे पहियों के घुमाव, पावर में कुछ बदलाव और एबीएस के अतिरिक्त काम करने से कोडिएक ने यहां मौजूद अन्य एसयूवीज़ के मुक़ाबले काफ़ी अच्छा प्रदर्शन किया है।
बीकर टेस्ट के मामले भी नतीजे कुछ ऐसे ही रहे। इस टेस्ट से एसयूवीज़ के राइड क्वॉलिटी के बारे में जानकारी मिलती है। हां, थोड़ा-बहुत पानी ज़रूर छलका है, लेकिन बहुत ज़्यादा उछाल बीकर के पानी में नहीं आया। मेरे अनुमान से ज़्यादा ही इस गाड़ी ने ऑफ़-रोड पर कम व ज़्यादा दोनों ही स्पीड्स पर अच्छा संतुलन बनाए रखा।
जिमखाना
टेस्ट में इस एसयूवी के स्मार्ट इलेक्ट्रॉनिक्स ने काफ़ी उम्दा प्रदर्शन किया है। इसके अलावा अन्य तेज़ सेक्शन्स में भी इस मॉडल ने अपनी स्टीयरिंग की त्वरित प्रतक्रिया और सस्पेंशन के चलते अच्छा परफ़ॉर्म किया है।
स्कोडा को नुकीले पत्थरों के हिस्से में धीरे व सावधानीपूर्वक चलाना पड़ता है, ताकि इसके टायर फट न जाएं। पहियों की कम पकड़ और कम ग्राउंड क्लीयरेंस के चलते यह छोटे और मुश्क़िल रास्तों से भी नहीं निकल पाया। इसके पास आने के ख़राब कोण की वजह से पहाड़ पर चढ़ने और बगल की ओर झुकने वाले सेक्शन्स में यह काफ़ी धीमी हो जाती है।
निष्कर्ष
कोडिएक ने जिमखाना में पांच में एसयूवीज़ में से चौथे मुक़ाम पाया है। 0-40-0 किमी प्रति घंटे के टेस्ट में यह तीसरे पायदान पर रही। और बहुत ही घुमावदार टेस्ट में यह दूसरे स्थान पर आई है। क्या कोडिएक इससे बेहतर कर सकती थी? घुमावदार रास्तों के टेस्ट में तो नहीं, लेकिन सभी-टेरेन के लिए उपयुक्त टायर्स के साथ यह 0-40-0 टेस्ट में अच्छा प्रदर्शन कर सकती थी। यहां तक कि जिमखाना में भी ऑफ़-रोड के लिए वाजिब टायर्स के साथ यह और आगे बढ़ सकती थी। लेकिन सड़कों के अनुसार तय किए गए इसके ग्राउंड क्लीयरेंस और वील की समझ की वजह से यह बहुत ऊपर भी नहीं आ पाती।
क्या हम कोडिएक से प्रभावित हुए? बिल्कुल। यह कार चलाने में काफ़ी अच्छी है। साथ ही यह उबड़-खाबड़ रास्तों पर भी अच्छा प्रदर्शन करती है। जाहिर है, कि यह पेचीदा ऑफ़-रोड पसंद करने वालों के लिए नहीं बनी है। लेकिन जिन्हें थोड़ा-बहुत रोमांच पसंद हो, उनके लिए पेट्रोल इंजन के साथ कोडिएक एक लाजवाब विकल्प है।
तस्वीरें: कपिल आंगणे और कौस्तुभ गांधी
अनुवाद: सोनम गुप्ता