- प्लांट के हर लेवल पर है महिलाओं का बोलबाला
- कंपनी के प्रोडक्शन में हुआ इज़ाफ़ा
एमजी के हलोल स्थित प्लांट में जब हम पहुंचे तो वहां नज़ारा कुछ यूं था, कि बॉडी शॉप से लेकर फ़ाइनल प्रॉडक्ट को टेस्ट करने तक का काम महिलाएं धड़ल्ले से करती हुई नज़र आ रही थीं।
एमजी मोटर इंडिया के अनुसार, कंपनी में 34% वर्कफ़ोर्स महिलाओं का है। जिसमें न केवल टॉप लेवल पर, बल्कि मैन्युफ़ैक्चरिंग यूनिट में बुनियादी काम भी महिलाएं कर रही हैं।
जल्द 50% हिस्सेदारी का है लक्ष्य
एमजी मोटर इंडिया के यशविंदर पटियाल, सीनियर डायरेक्टर, ह्यूमन रीसोर्स की मानें, तो साल 2025 तक कंपनी में महिलाओं की हिस्सेदारी 50% तक ले जाने की पूरी कोशिश की जा रही है। वहीं कंपनी के बॉडी शॉप में कुल कर्मचारियों में 40% महिलाएं हैं, वहीं पेंट शॉप में यह आंकड़ा 47% तक पहुंच जाता है। ग़ौरतलब है, कि देश की पहली महिला कार मैनुअल स्प्रे पेंटर गायत्री भोय भी एमजी के पेंट शॉप का ही हिस्सा हैं।
कंपनी ड्राइव हर बैक जैसे पहल के ज़रिए महिलाओं को ब्रेक के बाद भी काम करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। जिन महिलाओं ने शादी, प्रेग्नेंसी या अन्य किसी वजह से नौकरी छोड़ दी है, उन्हें वापस नौकरी के लिए प्रोत्साहित करने के लिए कंपनी उन्हें एक साल के लिए प्रोजेक्ट पर लेती है। एक साल के इस प्रोजेक्ट में नौ महीने की ट्रेनिंग होती है और तीन महीने के बीच असेस्मेंट कर कंपनी में जॉइन करवा लिया जाता है।
एमजी की मौजूदा समय में देश में छह गाड़ियां बिक्री के लिए उपलब्ध हैं, जिसमें एमजी हेक्टर, ज़ेड एस ईवी, एस्टर, ग्लॉस्टर, कॉमेट ईवी और हेक्टर प्लस शामिल हैं। उल्लेखनीय है, कि कंपनी ने पिछले साल अब तक का सबसे ज़्यादा प्रोडक्शन लगभग 50,000 के क़रीब पूरा किया है। वहीं कंपनी ने कुछ ही महीनों पहले जेएसडब्ल्यू ग्रूप के साथ साझेदारी की है।