इलेक्ट्रिक कार निर्माता कंपनी टेस्ला ने एक बार फिर भारतीय ऑटो इंडस्ट्री में अपने क़दम रखने के लिए प्रस्ताव भेजा है। कंपनी देश में अपनी इलेक्ट्रिक वीइकल्स को बनाने के लिए भारत सरकार से चर्चा कर रही है। जिससे संभव है, कि टेस्ला की कार्स देश में तैयार की जाए और फिर इन्हें यहां से निर्यात भी किया जाए।
पिछले साल ठुकराया गया था प्रस्ताव
ग़ौरतलब है, कि पिछले साल टेस्ला के भारत में कार इम्पोर्ट करने और उनपर टैक्स को कम करने के प्रस्ताव को ठुकरा दिया गया था। क्योंकि कंपनी ने पिछले प्रस्ताव में सीबीयू रूट के ज़रिए देश में कार्स लाने और ड्यूटी पर 40 प्रतिशत की छूट मांगी थी। लेकिन ख़बरों के मुताबिक़, इस बार कंपनी भारत में निर्माण करने के नए प्रस्ताव के साथ बाज़ार में प्रवेश करने की कोशिश कर रही है।
भारत में प्रोडक्शन पर ज़ोर
बता दें, कि हाल ही में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने अपने एक साक्षात्कार में कहा था, कि एलन मस्क और टेस्ला यदि देश में ही गाड़ियों को बनाकर उन्हें बेचने की योजना लाए, तो उनका भारत में स्वागत है। लेकिन गडकरी ने चाइना में कार्स बनाकर भारतीय बाज़ार में बेचने के प्रस्ताव को सिरे से नकार दिया है।
ख़बरों के अनुसार, ब्रैंड की एक टीम देश में कार पार्ट्स और मैन्युफ़ैक्चरिंग के लिए अन्य ज़रूरी पहलुओं पर जांच-पड़ताल कर रही है। साथ ही, कंपनी सरकारी अधिकारियों के साथ भी चर्चा में है।
इससे उम्मीद की जा सकती है, कि जल्द ही भारतीय सड़कों पर टेस्ला की ईवीज़ दौड़ती हुई नज़र आ सकती हैं।
भारत में आने वाली टेस्ला कार्स
भारतीय बाज़ार में कंपनी की टेस्ला मॉडल एस और मॉडल 3 ऐंट्री मॉडल्स हो सकती हैं। जिनकी अनुमानित क़ीमत 70 लाख रुपए तक आंकी गई है। इनकी टक्कर ऑडी और बीएमडब्ल्यू के सिडैन्स से होने की उम्मीद है।