- हाईड्रोजन कार्स से मिलगा ज़्यादा माइलेज
- टाटा ने हाइड्रोजन पावर कार्स के दिए संकेत
प्रदूषण और क्लाइमेट चेंज के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए लगभग हर ब्रैंड का लक्ष्य ग्रीन मोबिलिटी है। इसके लिए कंपनीज़ अपनी सूची से डीज़ल कार्स को हटाने के साथ-साथ इलेक्ट्रिक व हाइब्रिड वीइकल्स को विकल्प के तौर पर पेश कर रही हैं। इसके अलावा भारत सरकार भी कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए कई ज़रूरी क़दम उठा रही है।
इलेक्ट्रिक कार्स के बाद अब कुछ ब्रैंड्स हाइड्रोजन से चलने वाली गाड़ियों को तैयार करने की योजना बना रही है, जो ग्रीन मोबिलिटी के लक्ष्य तक पहुंचने के लिए अहम भूमिका निभाएगी। भविष्य में पेश होने वाली हाइड्रोजन कार्स इस प्रकार हैं:
हुंडई नेक्सो
हुंडई ने अपनी पहली हाइड्रोजन कार नेक्सो को ऑटो एक्स्पो 2023 में पेश किया था। इससे पहले भी यह कार 2020 ऑटो एक्स्पो में शोकेस की गई थी।
बता दें, कि नेक्सो में पम्प दिया गया है, जो फ़्यूल टैंक से हाइड्रोज़न और हवा से ऑक्सीज़न को फ़्यूल सेल में इकट्ठा करता है और केमिगल रिएक्शन के ज़रिए गैस को इलेक्ट्रिसिटी और पानी में बदल देता है, जो गाड़ी के इलेक्ट्रिक मोटर को चलने में मदद करता है।
नेक्सो में 95kWh का फ़्यूल सेल इलेक्ट्रिक मोटर होने का अनुमान है। दावा है, कि नेक्सो क्रॉसओवर 9.2 सेकेंड्स में 0 से 100 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार तक पहुंच सकती है। इसकी अधिकतम स्पीड 179 किमी प्रति घंटे की होगी।
अभी इसके लॉन्च की तारीख़ का ख़ुलासा नहीं हुआ है।
एमजी यूनिक 7
एमजी ने ऑटो एक्स्पो 2023 के दौरान हाइड्रोजन फ़्यूल सेल एमपीवी यूनिक 7 को शोकेस किया था। इसमें प्रोम P390 टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है, जो वातावरण के अनुकूल, विश्वसनीय और ज़्यादा समय तक चलने वाली टेक्नोलॉजी है।
यूनिक 7 में इलेक्ट्रोमेकैनिकल रिएक्शन का इस्तेमाल किया गया है। इसमें 6.4 किलोग्राम का हाई प्रेशर हाइड्रोज़न सिलेंडर दिया जाएगा, जिसे भरने में सिर्फ़ तीन से चार मिनट का समय लगेगा। बता दें, कि यह सिलेंडर को 824 डिग्री तक तापमान सहन करने में सक्षम है। कंपनी का दावा है, कि फ़ुल सिलेंडर में यह 605 किमी की दूरी तय करेगी।
उम्मीद है, कि एमजी हाइड्रोज़न पावर यूनिक 7 साल 2025 तक भारतीय बाज़ार में नज़र आएगी।
टोयोटा मिराई
टोयोटा की हाइड्रोजन फ़्यूल सेल मिराई को भी ऑटो एक्स्पो 2023 में पेश किया गया था। यह पहले ही वैश्विक बाज़ार में बेची जा रही है।
मिराई में तीन हाइड्रोजन सिलेंडर को शामिल किया जाएगा, जिससे रेंज को बढ़ाने मदद मिलेगी। मिराई का हाइड्रोजन फ़्यूल सेल स्टैक में ऑक्सीजन और हवा के साथ मिलकर इलेक्ट्रिसिटी पैदा करता है, जिससे कार को चलाने में मदद मिलती है। कंपनी ने दावा किया है, कि यह 600 किमी की दूरी तय करने में सक्षम होगी।
उम्मीद है, कि टोयोटा मिराई साल 2023 में गाहकों के बीच पहुंचेगी। बता दें, कि केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने हाइड्रोजन पर आधारित फ़्यूल सेल इलेक्ट्रिक वीइकल मिराई के पायलट प्रोजेक्ट को लॉन्च किया था।
टाटा मोटर्स ने हाइड्रोज़न कार्स के दिए संकेत
टाटा ने हाल ही में सोशल मीडिया पर एक्सीलरेटिंग ग्रीनर मोबिलिटी और हाइड्रोज़न फ़्यूल टैंक लिखे पोस्टर को साझा किया था। टाटा मोटर्स ग्रीन मोबिलिटी के लिए कई ज़रूरी क़दम उठा रही है और अब हाइड्रोजन पावर से इस योजना को आगे बढ़ा रही है।
टाटा की मौजूदा सूची में पेट्रोल, डीज़ल, सीएनजी और इलेक्ट्रिक वीइकल्स मौजूद हैं। हाइड्रोजन के आने से टाटा की सूची को विस्तार मिलेगी और ग्राहकों के बीच कई विकल्प होंगे। बता दें, कि हाइड्रोज़न कार से ग्राहकों को बेहतर माइलेज मिलेगी।