- मर्सिडीज़ बेंज़ GLC 220d 4 मैटिक में सवार थे सायरस मिस्त्री
- नितिन गडकरी ने कहा, छह एयरबैग्स को करना होगा अनिर्वाय
प्रसिद्ध उद्योगपति और टाटा संस के पूर्व चेयरमैन सायरस मिस्त्री की एक भीषण सड़क हादसे में मौत के चलते सड़क सुरक्षा एक बार फिर चर्चा का विषय बन गया है। सायरस मिस्त्री मर्सिडीज़ बेंज़ GLC 220d 4मैटिक में अहमदाबाद से अपने मित्र जहांगिर पंडोला के साथ मुंबई लौट रहे थे।
बता दें, कि जिस मर्सिडीज़ बेंज़ में सायरस मिस्त्री और उनके मित्र सवार थे, वह एक एंट्री-लेवल के बाद दूसरा और हाई-एंड के नीचे का मॉडल था। जांच में पता चला है, कि दुर्घटना के वक़्त कार की स्पीड 90 किमी प्रति घंटे के आस-पास थी और पीछे बैठे सायरस ने सीट बेल्ट नहीं पहना था, जिसे मौत की बड़ी वजह भी माना जा रहा है।
क्या कहा सड़क परिवहन मंत्री ने?
इस हादसे के बाद नितिन गडकरी, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने सड़क सुरक्षा पर जोर देते हुए कहा, कि हमें एक बार फिर सड़क सुरक्षा के नियमों पर ध्यान देने की ज़रूरत है। आज ज़रूरत है, कि सभी गाड़ियों में छह एयरबैग्स को अनिवार्य किया जाए, लेकिन भारत में तैयार होने वाली गाड़ियों में दो या चार ही एयरबैग्स होते हैं, वहीं निर्यात होने वाले वाहन में छह एयरबैग्स। दूसरा सड़कों को और बेहतर करने की ज़रूरत है, जहां 20,000 से ज़्यादा निजी गाड़ियां गुज़रती हैं, ऐसी सड़कों पर क़ायदे से छह लेन हाईवे बनाए जाने की ज़रूरत है। नितिन गडकरी ने इस तरह की सड़कों पर फ़्लाइओवर ब्रिजेस बनाने पर काम करने की भी जानकारी दी है। वहीं उन्होंने सीट बेल्ट को सुरक्षा के मामले में अहम बताया है।
मर्सिडीज़ बेंज GLC 220d 4 मैटिक की जानकारी
हादसे के वक़्त सायरस मिस्त्री मर्सिडीज़ बेंज़ GLC 220d 4 मैटिक में सवार थे, जो मर्सिडीज़ का शुरूआती मॉडल है। इसकी क़ीमत 68 लाख रुपए है। इसमें सात एयरबैग्स दिए गए हैं, लेकिन पीछे के यात्रियों के लिए सामने की ओर एयरबैग्स नहीं दिए गए हैं। इसमें आगे टकराव से बचाव के लिए अलर्ट का सेफ़्टी फ़ीचर नहीं दिया गया है, वहीं ओवरस्पीड अलर्ट मौजूद है। यह 7.9 सेकेंड्स में 0 से 100 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार तक पहुंच सकती है। इसकी टॉप स्पीड 215 किमी प्रति घंटे की है।