- ग्रीन मोबिलिटी में उत्तर प्रदेश का बड़ा योगदान
- प्रदूषण को कम करने के लिए महत्वपूर्ण है स्क्रैपेज पॉलिसी
भारत सरकार के ग्रीन ग्रोथ मिशन को आगे बढ़ाते हुए उत्तर प्रदेश ने इलेक्ट्रिक वीइकल्स की बिक्री में नया रिकॉर्ड बनाया है। देशभर के कुल 21.70 लाख से ज़्यादा हुई ईवीज़ की बिक्री के अंतर्गत उत्तर प्रदेश ने क़रीब पांच लाख इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री कर पहला स्थान पाया है, जो ग्रीन मोबिलिटी के लिए काफ़ी अहम है।
बता दें, यूपी सरकार राज्य में इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए तीन साल तक रोड टैक्सऔर रजिस्ट्रेशन शुल्क पर छूट दे रही है, जिसे उत्तर प्रदेश में हुए रिकॉर्ड ईवी सेल्स की मुख्य वजह बताई जा रही है। इसके अलावा राज्य सरकार ने ग्रीन मोबिलिटी के लिए स्क्रैपेज पॉलिसी को भी महत्वपूर्ण बताया है। जिसके तहत उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य की सड़कों पर चलने वाले वाहनों के 15 साल से पुराने ना होने की ताकीद दी है।
इसके अलावा बता दें, कि उत्तर प्रदेश ईवीज़ का मुख्य केन्द्र बनने की तैयारी कर रहा है। इसके अंतर्गत ईवी मैन्युफ़ैक्चरिंग को तेज़ी से बढ़ाने के अलावा चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को दुरुस्त करने पर पूरा ध्यान दिया जा रहा है। इसके ज़रिए प्रदेश में ईवी की ख़रीदारी और बढ़ेगी। हाल ही में हुए यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 में बड़ी कंपनीज़ ने इलेक्ट्रिक वीइकल्स प्लांट लगाने के लिए निवेश करने की बात कही थी।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “आज के दौर में जलवायु परिवर्तन हमारे लिए एक बड़ी चुनौती है। इस चुनौती से निपटने के लिए हम ग्रीन मोबिलिटी के साथ-साथ स्क्रैपेज पॉलिसी पर पूरा ध्यान दे रहे हैं, जिससे कि हमारा ग्रीन मिशन पूरा हो सके।”