कार्स में इस्तेमाल होने वाले ट्रैंस्मिशन्स के प्रकार और उनकी विशेषताएं
आज के दौर में ब्रैंड्स गाड़ियों की परफ़ॉर्मेंस को बेहतर करने के लिए कई प्रकार के मॉडर्न ट्रैंस्मिशन्स का इस्तेमाल कर रही हैं, जो ड्राइविंग को काफ़ी आसान बनाते हैं। आइए एक-एक करके जानते हैं, कि आज गाड़ियों में कितने प्रकार के ट्रैंस्मिशन इस्तेमाल किए जा रहे हैं-
मैनुअल ट्रैंस्मिशन
मैनुअल ट्रैंस्मिशन एक तरह का स्टैंडर्ड ट्रैंस्मिशन है, जिसमें ड्राइवर ख़ुद ही गियर स्टिक व क्लच की मदद से गियर को बदलते हैं। शुरुआती दिनों में यह सिर्फ़ तीन-स्पीड में उपलब्ध था, जो आज के दौर की कार्स में पांच-स्पीड और छह-स्पीड मैनुअल ट्रैंस्मिशन के विकल्प में मिल जाते हैं। इसमें ड्राइवर किसी भी समय अपनी आवश्यकता अनुसार गियर को सेलेक्ट कर सकता है।
टॉर्क कन्वर्टर ऑटोमैटिक
ऑटोमैटिक ट्रैंस्मिशन में ड्राइवर को मैनुअली गियर बदलने की ज़रूरत नहीं पड़ती। इसमें क्लच का विकल्प नहीं होता। इसकी जगह टॉर्क कन्वर्टर का इस्तेमाल किया जाता है। यह फ़्लूइड कपलिंग होता है, जिसमें दो टर्बाइन और हाइड्रॉलिक फ़्लूइड के कम्पोनेंट्स होते हैं और इंजन में रोटेटिंग पावर जनरेट करता है। आउटपुट रोटेशनल स्पीड कम होने पर टॉर्क कन्वर्टर की मदद से टॉर्क की स्पीड बढ़ जाती है। टॉर्क कन्वर्टर में पम्प, टरबाइन, स्टेटर और ट्रैंस्मिशन फ़्लूइड के चार कम्पोनेंट्स होते हैं।
सीवीटी ऑटोमैटिक
कंटीन्यूअसली वेरीएबल ट्रैंस्मिशन (सीवीटी) एक तरह का ऑटोमैटिक ट्रैंस्मिशन है, जिसे पुली ट्रैंस्मिशन के नाम से भी जाना जाता है। सीवीटी में इंजन की अलग-अलग स्पीड पर भी एक समान आरपीएम मिलता है। मौजूदा समय में छह व सात स्टेप सीवीटी के विकल्प हैं।
डीसीटी ऑटोमैटिक
ड्युअल क्लच ट्रैंस्मिशन (डीसीटी) एक तरह का मल्टी-स्पीड ट्रैंस्मिशन सिस्टम है। इसमे ऑड और ईवन के अंतर्गत दो गियर सेट्स होते हैं। डीसीटी में गियर बदलने के लिए ड्राइवर की ज़रूरत नहीं होती। दोनों गियर कम्प्यूटर के माध्यम से काम करते हैं। डीसीटी फ़्यूल इफ़िशंसी और परफ़ॉर्मेंस को बेहतर करने में मदद करती है।
एएमटी
ऑटोमैटिक मैनुअल ट्रैंस्मिशन (एएमटी) में क्लच और गियर को ऑटोमटिक ऑटोमैटिक कंट्रोल किया जाता है। इसे सेमी-ऑटोमैटिक और फ़ुली ऑटोमैटिक के दो पार्ट्स मे बाटा गया है। सेमी-ऑटोमैटिक में सिर्फ़ क्लच को ऑटोमैटिक कंट्रोल कर सकते हैं, वहीं फ़ुली ऑटोमैटिक में क्लच और गियर दोनों को कंट्रोल किया जाता है।