- टोयोटा भारतीय कर व्यवस्था से नाख़ुश
- सरकार का चाहती है सहयोग
जैपनीज़ कार निर्माता टोयोटा किर्लोस्कर मोटर ने फ़िलहाल देश में सरकार द्वारा लागू किए गए कर व्यवस्था के चलते अपने सारी योजनाओं को अस्थाई रूप से स्थगित कर दिया है। टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के टोयोटा लोकल यूनिट के वाइस चेयरमैन शेखर विश्वनाथन ने कहा, कि वर्तमान की कर व्यवस्था के चलते सारे ऑटोमोटिव कंपनीज़ को मुश्क़िलों का सामना करना पड़ रहा है, जिससे गाड़ियों की क़ीमत में वृद्धि होने से ग्राहकों को गाड़ी ख़रीदने में दिक्कत हो रही है।
भारत सरकार ने ‘मेक इन इंडिया’ के ज़रिए ग्लोबल कंपनीज़ को व्यापार शुरू करने की योजना तैयार की है। लेकिन किसी प्रकार का सुधार ना देखते हुए, टोयोटा भारत में अपने हर कामकाज को बंद करने जा रही है। टोयोटा ने आधिकारिक तौर पर जारी किए गए स्टेटमेंट में यह बताया है, 'टोयोटा हमेशा से भारतीय मार्केट को अपना महत्वपूर्ण गढ़ मानती रही है। जो भी हमसे जुड़े हैं, सर्वप्रथम उनके बारे में सोचना और उनके लिए हर संभव कार्य करना ही हमारा लक्ष्य है। हमने बिना थके दो दशकों से भी ज़्यादा काम भारत में किया है, इससे हमने लोगों के दिलों में एक अलग जगह बनाई है, एक विश्वास पैदा किया है और इसी विश्वास के साथ हम यह वादा करते हैं, कि हम दोबारा नई शुरुआत करेंगे।
कोरोना महामारी के चलते ऑटो इंडस्ट्री को काफ़ी नुकसान झेलना पड़ा है और इसलिए हमने सरकार से कर में थोड़ी ढील देने की अपील की है, ताकि ऑटो इंडस्ट्री दोबारा से रफ़्तार पकड़ सके। हमें पूरी उम्मीद है, कि सरकार हमारी बातों पर पूरा ध्यान देगी। सरकार को वर्तमान समय को देखते हुए हर क्षेत्र की आर्थिक स्थिति को ठीक करने के पूरे प्रयास करने चाहिए।
हाल ही में सुज़ुकी के साथ मिलकर काम करना और अपनी टेक्नोलॉजी को साझा करना हमारे लिए बड़ी बात रही है और इसके अलावा ‘मेक इन इंडिया’ और भारत सरकार की योजनाओं का भी हम धन्यवाद करते हैं।'