- वर्ष 1997 के बाद टोयोटा की हाइब्रिड वाहन की बिक्री सबसे ज़्यादा रही
- CO2 इमिशन के तहत 12 मिलियन टन की कमी दर्ज़ की गई
टोयोटा हमेशा से अपनी हाइब्रिड वाहनों के लिए जानी जाती रही है। वर्ष 1997 में टोयोटा ने अपनी पहली हाइब्रिड वाहन फ़स्ट-जेन प्रियस को लॉन्च किया था। अब लगभग 23 साल बाद इस जैपनीज़ कार निर्माता ने सबसे ज़्यादा 1.5 करोड़ (15 मिलियन) हाइब्रिड वाहनों की ग्लोबल बिक्री कर रिकॉर्ड दर्ज़ किया है।
सिर्फ़ अकेले यूरोप में 28 लाख हाइब्रिड वाहनों की बिक्री हुई है, जिसमें टोयोटा और लेक्सस के 19 ब्रैंड मौजूद हैं। पिछले वर्ष ओल्ड-कॉन्टिनेंट में जितने हाइब्रिड वाहनों की बिक्री हुई, उसमें से टोयोटा के 52 प्रतिशत हाइब्रिड वाहन थे। अब जैपनीज़ कार निर्माता टोयोटा, लेक्सस को साथ लेकर हाइब्रिड वाहनों के 44 नए मॉडल पूरे विश्व में उपलब्ध करा रही है। दिलचस्प है, कि टोयोटा को हाइब्रिड वाहन की पहली एक लाख बिक्री में पूरे 10 साल का वक़्त लगा, जबकि दूसरी बार दो साल के अंदर ही एक लाख हाइब्रिड वाहनों की बिक्री हो गई।
टोयोटा का कहना है, कि 1.5 करोड़ हाइब्रिड वाहनों के साथ ही उसने यूरोपियन ऑटो इंडस्ट्री की CO2 इमिशन नियम के तहत पूरे विश्व में 120 मिलियन टन की कमी लाने में सफ़ल रही है। वहीं टोयोटा ने यूरोप द्वारा साल 2020-21 के लिए सेट किया गया 95 ग्राम/किलोमीटर के लक्ष्य को पूरा किया है। साथ ही कार निर्माताओं का कहना है, कि पूरी दुनिया में यूरोपियन CO2 इमिशन नियम सबसे मुश्क़िल हैं। टोयोटा की फ़ोर्थ-जेन हाइब्रिड वाहन ग्लोबल टीएनजीए प्लेटफ़ॉर्म के तहत है। टोयोटा का मानना है, कि उसकी हाइब्रिड वाहनों की रिकॉर्ड बिक्री के पीछे पूरे यूरोपियन बाज़ारों में ग्राहकों को दी गई सुविधा, सेवा, उपलब्धता और वाहन ख़रीदने योग्य क़ीमत का बड़ा योगदान रहा है।
अपने दो साल के विद्युतीकरण के अनुभव को देखते हुए अब टोयोटा का अगला लक्ष्य है, कि वो इस अनुभव का इस्तेमाल इलेक्ट्रिक, प्लग-इंस और फ़्यूल-सेल जैसे वाहनों के विकास में करे। टोयोटा का मानना है, कि इस विद्युतीकरण के इस्तेमाल से वह भविष्य में अपनी इलेक्ट्रिक वाहनों को और भी आगे बढ़ाएगी। इसके साथ ही टोयोटा की साल 2025 तक 40 नए और अपडेटेड इलेक्ट्रिक वाहनों को लॉन्च करने की योजना भी है।