पिछले कुछ साल में, भारत में कॉम्पैक्ट एसयूवीज़ की मांग लगातार बढ़ रही है। हालांकि देश में कॉम्पैक्ट एसयूवी की मांग काफ़ी ज़्यादा है, सेमीकंडक्टर्स के सप्लाई में कमी के चलते सेल्स में रुकावट आई है। भारतीय बाज़ार में इन सभी परिस्थितियों के बावज़ूद, भारत में बिकने वाली टॉप तीन कॉम्पैक्ट एसयूवीज़ इस प्रकार हैं:
टाटा नेक्सॉन को भारत में काफ़ी पसंद किया जा रहा है। पिछले महीने भारत में बिकने वाली टॉप 25 कार्स में से टाटा नेक्सॉन ने सेल्स में सबसे अधिक इज़ाफ़ा किया है। कंपनी ने पिछले महीने नेक्सॉन के 12,899 यूनिट्स बेचे हैं, तो वहीं दिसंबर 2020 में 6,835 यूनिट्स की बिक्री की थी। इससे सेल्स में 89 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
हृयूंडे वेन्यू दिसंबर 2021 में कॉम्पैक्ट एसयूवी सेग्मेंट में दूसरी सबसे अधिक बिकने वाली कार रही है। हृयूंडे ने दिसंबर 2020 में 12,313 यूनिट्स की बिक्री के मुक़ाबले पिछले महीने 10,360 यूनिट्स की बिक्री की है, जिससे सेल्स में 16 प्रतिशत की गिरावट आई है। सेमीकंडक्टर्स की कमी भी सेल्स में गिरावट का एक कारण हो सकता है, जिसके चलते हृयूंडे के मॉडल्स की बिक्री पर भी असर पड़ा है।
मारुति सुज़ुकी विटारा ब्रेज़ा
मारुति सुज़ुकी भारत में चिप्स की कमी से काफ़ी ज़्यादा प्रभावित है। कंपनी ने दिसंबर 2020 में 12,251 यूनिट्स की तुलना में दिसंबर 2021 में 9,531 यूनिट्स की बिक्री की है। इससे सेल्स में 22 प्रतिशत की गिरावट आई है।
हालांकि कंपनी ने कहा है, कि सेमीकंडक्टर्स की सप्लाई में सुधार हो रहा है, सेल्स को औसत आंकड़े तक पहुंचने में कुछ और समय लगेगा। इससे यह बात साफ़ है, कि इस साल भी सप्लाई में दिक्कतों का असर कार की बिक्री पर पड़ेगा।
अनुवाद: विनय वाधवानी