कुछ तस्वीरें बिते समय को बयां करती हैं और ऐसी ही कुछ तस्वीरे हमारी यादों में तरो-ताज़ा हैं। यह तस्वीरें है साल 2021 की, जिन्हें हमारे फ़ोटोग्राफ़र्स कपिल अंगाने और कौस्तुभ गांधी द्वारा बड़े ख़ुबसूरत ढंग से लिया गया।
मर्सिडीज़ बेन्ज़ A45 एएमजी
इंदौर में आयोजित नेशनल ऑटोमोटिव टेस्ट ट्रैक्स (नेट्रैक्स) के दौरान रफ़्तार से भरपूर मर्सिडीज़ बेन्ज़ A45 एएमजी को विक्रांत द्वारा 278 किमी प्रति घंटे की गति से टेस्ट ड्राइव करना ख़ुबसूरत एहसास था।
टाटा सफ़ारी
पिछले साल टाटा ने तीन-रो सफ़ारी को अपडेट किया था, जो काफ़ी सफ़ल रही थी। टाटा ने सफ़ारी के ज़रिए तीन-रो एसयूवी में भारतीय ऑटोनिर्माता के तौर पर अपनी पकड़ मज़बूत बनाई है। टाटा ने अब सफ़ारी डार्क इडिशन को लॉन्च किया है।
फ़ोक्सवेगन पोलो कप कार
यह हमारे ट्रैक डे की सबसे कामयाब गाड़ियों में से एक रही, जो सागर द्वारा ड्राइव की गई। इसके पीछे पावरफ़ुल इंजन, मुलायम टायर्स और एग्ज़ॉस्ट वज़ह रहा। यह फ़ोक्सवेगन के अराइव व ड्राइव प्रोग्राम का हिस्सा है, जहां इसे अच्छे से जांचा व परखा जा सकता है।
1986 मारुति 800
हम अमूमन नई कार्स का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन जब बात आइकॉन की हो, तो पहली-जनरेशन मारुति 800 को भूला नहीं जा सकता। यह भले ही दिखने में काफ़ी छोटी थी, लेकिन इसने मॉडर्न भारतीय मोटरिंग के स्वरूप को बदलने में सहायता की है।
फ़ोक्सवेगन तिगुआन
फ़ोक्सवेगन ने भारत में BS6 नियम के दौर में तिगुआन एसयूवी के ज़रिए नई टेक्नोलॉजी व बेहतर पेट्रोल इंजन के साथ वापसी की है। यह दिखने में काफ़ी आकर्षक और ड्राइविंग का सुखद अनुभव देती है। इस कार को साल 2021 के अंत में लॉन्च किया गया था।
हृयूंडे क्रेटा बनाम महिंद्रा थार
साल 2020 में दो ज़बरदस्त एसयूवी ने बाज़ार में क़दम रखा था। एक थी दूसरी-जनरेशन हृयूंडे क्रेटा और दूसरी थी दूसरी-जनरेशन महिंद्रा थार। पिछले एक साल में इन दोनों गाड़ियों ने इस नए दौर में अपनी एक जगह बनाई है।
साल 2020 के अंत में आई किया सोनेट सब-फ़ोर एसयूवी सेग्मेंट में काफ़ी चर्चा में रही। हमने इसे लगभग एक साल तक लंबी अवधि के लिए इस्तेमाल किया, जो बिना किसी शिकायत के तेज़ रफ़्तार में दौड़ती नज़र आई।
हृयूंडे i20 टर्बो
हम पूरे उत्साह के साथ नेशनल ऑटोमोटिव टेस्ट ट्रैक्स (नेट्रैक्स) में आउटिंग के दौरान तीसरी जनरेशन i20 टर्बो आईएमटी का इस्तेमाल किया। अगर आपके पास i20 जैसी हैचबैक है और सड़क समतल हो, तो इसमें सफ़र करने का एहसास अद्भुत हो सकता है।
मिनी कूपर कन्वर्टिबल
मोटरिंग इतिहास में मिनी कूपर 63 साल पूरानी कार है। इस नए युग में यह पहले से बड़ी और काफ़ी पावरफ़ुल है। अपनी अलग पहचान के चलते मिनी काफ़ी चर्चित गाड़ी है। इसका कन्वर्टिबल वर्ज़न येलोइश ग्रीन शेड में अलग नज़र आता है।
काईगर की वज़ह से रेनो को भारत में एक अलग पहचान मिली। मज़ेदार फ्रैंच डिज़ाइन में तैयार काईगर में सीवीटी विकल्प के साथ 1.0-लीटर का पेट्रोल इंजन है, जिससे रेनो कॉम्पैक्ट एसयूवी सब-फ़ोर सेग्मेंट में मज़बूत कड़ी बनी हुई है। इससे हमने नेट्रैक्स के दौरान टेस्ट ड्राइव किया था।
टाटा अल्ट्रोज़
टाटा ने साल 2020 के अंत में अल्ट्रोज़ के चलते प्रीमियम बी-हैचबैक में वापसी की है। एक साल पहले टाटा ने इसमें टर्बो पेट्रोल के विकल्प को शामिल किया था, जिसमें 1.2-लीटर का टर्बो पेट्रोल इंजन है, जो छह-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स के साथ 108bhp का पावर और 140Nm का टॉर्क जनरेट करता है।
ऑडी S5
हम अपने सफ़र को पावरफ़ुल जर्मन इंजीनियरिंग द्वारा तैयार ऑडी S5 के साथ ख़त्म करेंगे। इसमें 3.0-लीटर V6 टर्बोचार्ज्ड पेट्रोल इंजन है। सागर ने अपने फ़र्स्ट ड्राइव रिव्यू में कहा, कि यह कार पावरफ़ुल होने के साथ-साथ ड्राइविंग के लिए बेहतर व इसमें चार डोर्स हैं।
अनुवाद- धीरज गिरी