साल 2022 में भारतीय बाज़ार में कई नई कार्स ने क़दम रखा। साथ ही कुछ चुनिंदा गाड़ियों को बंद करने का दौर भी रहा। साल 2022 में बंद हुई टॉप सात गाड़ियां इस प्रकार हैं-
हुंडई सैंट्रो
हुंडई सैंट्रो को साल 2022 में एंट्री-लेवल मॉडल ग्रैंड i10 निओस के लॉन्च के बाद बंद कर दिया गया। सैंट्रो में आख़िरी बार साल 2018 में अपडेट किया गया था। इसमें पांच-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स के साथ 1.1-लीटर पेट्रोल इंजन ऑफ़र किया जा रहा था।
मारुति सुज़ुकी एस-क्रॉस
मारुति सुज़ुकी एस-क्रॉस ब्रैंड्स के प्रीमियम नेक्सा आउटलेट से ऑफ़र की जाने वाली पहली गाड़ी थी। यह साल 2015 में 1.3-लीटर डीज़ल और 1.6-लीटर डीज़ल इंजन के साथ लॉन्च की गई थी। अप्रैल 2021 में BS6 नियम के आने के बाद इसे पांच-स्पीड मैनुअल और चार-स्पीड ऑटोमैटिक ट्रैंस्मिशन के साथ 1.5-लीटर पेट्रोल इंजन में बदल दिया गया। मारुति सुज़ुकी द्वारा पहली हाइब्रिड एसयूवी ग्रैंड विटारा के लॉन्च के बाद एस-क्रॉस को बंद कर दिया गया।
फ़ॉक्सवैगन पोलो
12 सालों के लंबे समय के बाद फ़ॉक्सवैगन पोलो का प्रोडक्शन अप्रैल 2022 में बंद कर दिया गया। पोलो कई इंजन और ड्राइवट्रेन में उपलब्ध थी, जिसमें पोलो जीटीआई काफ़ी पावरफ़ुल था। फ़ॉक्सवैगन टाइगन और फ़ॉक्सवैगन वर्टूस के दो नए मॉडल्स आने से पोलो को बंद कर दिया गया।
रेनो डस्टर
साल 2012 में रेनो ने मिड-साइज़ एसयूवी में डस्टर को लॉन्च किया था, जिसे काफ़ी कामयाबी मिली थी। 1.5-लीटर पेट्रोल और 1.3-लीटर टर्बो-पेट्रोल के बंद होने से पहले डस्टर में डीज़ल इंजन के साथ ऑल-वील-ड्राइव का अपडेट किया गया था।
टोयोटा अर्बन क्रूज़र साल 2020 में लान्च हुई थी। अर्बन क्रूज़र मारुति सुज़ुकी विटारा ब्रेज़ा का रिबैज वर्ज़न था। पिछले साल मारुति सुज़ुकी ब्रेज़ा के आने के बाद अर्बन क्रूज़र को बिना किसी अपडेट के बंद कर दिया गया। कॉम्पैक्ट एसयूवी सेग्मेंट में नई हायराइडर और नई ब्रेज़ा प्रीमियम गाड़ी हैं। अर्बन क्रूज़र में मैनुअल और ऑटोमैटिक गियरबॉक्स के साथ 1.5-लीटर इंजन था।
महिंद्रा अल्टुरस G4
महिंद्रा ने साल 2018 में टोयोटा फ़ॉर्च्यूनर और फ़ोर्ड ऐंडेवर के टक्कर की अल्टुरस G4 को लॉन्च किया था, लेकिन यह कंपनी की उम्मीदों पर ख़री नहीं उतर पाई और देश में चार साल के दौरान इसमें कोई अपडेट नहीं किया गया। सितंबर 2022 में इसके प्रोडक्शन को बंद कर दिया गया। अल्टुरस 4x2 और 4x4 वेरीएंट्स में ऑफ़र की जा रही थी, जिसमें सात-स्पीड ऑटोमैटिक गियरबॉक्स के साथ 2.2-लीटर डीज़ल इंजन था।
स्कोडा रैपिड
जुलाई 2018 में स्कोडा इंडिया 2.0 प्रोजेक्ट के आने से संकेत मिल गए थे, कि कुछ मॉडल्स को आने वाले समय में बंद कर दिया जाएगा। नई स्कोडा कुशाक और स्कोडा स्लाविया के आने से स्कोडा रैपिड को बंद कर दिया गया। पहले रैपिड 1.5-लीटर डीज़ल इंजन में उपलब्ध थी। BS6 के दौर में यह मिड-साइज़ सिडैन सिर्फ़ 1.0-लीटर टीएसआई पेट्रोल इंजन में बेची जा रही थी। इसमें मैनुअल और ऑटोमैटिक ट्रैंस्मिशन को जोड़ा गया था।
अनुवाद- धीरज गिरी