- बढ़ते ट्रैफ़िक की समस्याओं को देखते हुए लिया गया फ़ैसला
- टोल वसूलने की दो नई टेक्नालॉजी को किया गया पेश
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के मंत्री नितिन गडकरी ने टोल प्लाज़ा को बंद करने का ऐलान किया है। सरकार अगले छह महीने में टोल को वसूलने के लिए नई टेक्नोलॉजी की शुरुआत करेगी। टोल के चलते सड़क पर गाड़ियों की लंबी कतारों व ट्रैफ़िक को देखते हुए यह फ़ैसला लिया गया है।
नई टेक्नोलॉजी के अंतर्गत सरकार ने दो विकल्पों को पेश किया है। पहला सेटेलाइट पर आधारित सिस्टम, जिसके अंतर्गत कार्स में जीपीएस लगा होगा, जिसकी मदद से कार मालिक के खाता से सीधे टोल का भुगतान कर लिया जाएगा। दूसरा नंबर प्लेट के ज़रिए टोल भुगतान किया जाएगा, जो एक कम्प्यूटराइज़्ड सिस्टम है। अब इनमें से कौन-सी तकनीक को चुना जाएगा, इसका जवाब आने वाले दिनों में मिल पाएगा।
साथ ही नितिन गडकरी ने कहा, कि जो टोल का भुगतान नहीं करते हैं, उनको दंडित करने के लिए अभी तक कोई कानून नहीं है। ऐसे में ज़रूरत है, कि इसके लिए कोई कानून लाया जाए। इसके अलावा सरकार की योजना साल 2024 तक 26 ग्रीन एक्स्प्रेस-वे तैयार करने की है।
इससे पहले मार्च में हुए बजट सत्र के दौरान 60 किमी से कम दूरी वाले सभी टोल नाका बंद करने की घोषणा की गई थी। बता दें, कि सरकार ने हाल ही में अगले साल अप्रैल से भारत में सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए भारत एनकैप (न्यू कार असस्मेंट प्रोग्राम) प्रोग्राम को शुरू करने का ऐलान किया है।