टाटा ने टियागो i-सीएनजी द्वारा सीएनजी में क़दम रखा है। यह XE, XM, XT, XZ+ और XZ+ दोहरे रंग के विकल्पों में उपलब्ध है। आइए उन कारणो को जाने, जो भारत में नई लॉन्च हुई टाटा टियागो i-सीएनजी को ख़रीदने के लिए प्रेरित करते हैं।
क्या है अच्छा?
टाटा टियागो i-सीएनजी XZ व NRG वेरीएंट्स को छोड़कर सभी वेरीएंट्स में उपलब्ध है। वेरीएंट्स के अनुसार इसमें कंट्रास्ट ब्लैक रुफ़ विकल्प, ब्लैक व बेज इंटीरियर थीम, आठ-स्पीकर हर्मन कार्डों म्जूज़िक सिस्टम, ऐप्पल कारप्ले व ऐंड्रॉइड ऑटो के साथ सात-इंच का टचस्क्रीन इंफ़ोटेन्मेंट सिस्टम, ऑटोमैटिक क्लाइमेंट कंट्रोल और हाइट के अनुसार एड्जस्ट होने वाला ड्राइवर सीट जैसे फ़ीचर्स ऑफ़र किए जा रहे हैं।
क्या नहीं है ठीक?
सीएनजी वेरीएंट आईसीई वर्ज़न की तुलना में 90,000 रुपए महंगी है। इसके सीएनजी वजर्न में मैनुअल ट्रैंस्मिशन को ऑफ़र किया जा रहा है। एएमटी विकल्प होने से यह ख़ुद को दूसरे वीइकल्स से अलग कर सकती थी।
कौन सा वेरीएंट ख़रीदना रहेगा बेहतर?
यह बताते हुए ख़ुशी हो रही है, कि इसमें हर तरह के ग्राहकों के लिए विकल्प मौजूद हैं। इच्छूक ग्राहक अपनी पसंद के अनुसार किसी भी वेरीएंट को चुन सकते हैं।
इंजन
पेट्रोल
1.2-लीटर का तीन-सिलेंडर का नैचुरली-एस्पिरेटेड पेट्रोल इंजन है, जो 6,000rpm पर 72bhp का पावर और 3,500rpm पर 95Nm का टॉर्क जनरेट करता है। इसमें पांच-स्पीड मैनुअल ट्रैंस्मिशन के विकल्प को जोड़ा गया है।
क्या आप जानते हैं?
i-सीएनजी यूनिट में सिंगल एड्वांस ईसीयू यूनिट है, जो सीएनजी व पेट्रोल के बिच बिना किसी बाधा के परिवर्तन को सुनिश्चित करता है और बेहतर परफ़ॉर्मेंस और उच्च फ़्यूल क्षमता के लिए एयर-फ़्यूल अनुपात को बनाए रखता है। साथ ही गैस लीक होने पर अपनेआप पेट्रोल मोड में परिवर्तित हो जाता है।
अनुवाद- धीरज गिरी