- वित्तीय वर्ष 2021 की पहली तिमाही में टाटा नेक्सॉन ने की अबतक की सबसे अधिक बिक्री
- महाराष्ट्र व गुजरात जैसे राज्यों में नेक्सॉन इलेक्ट्रिक की मांग डीज़ल वेरीएंट के समान
टाटा मोटर्स द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार, नेक्सॉन इलेक्ट्रिक की मांग देश में काफ़ी बढ़ी है। टाटा मोटर्स के सीएफ़ओ पी बालाजी ने कहा, कि मार्केट्स में सब-फ़ोर मीटर एसयूवी डीज़ल वेरीएंट की मांग के बराबर ही नेक्सॉन इलेक्ट्रिक की मांग है। जून महीने में नेक्सॉन इलेक्ट्रिक ने सबसे अधिक 650 यूनिट्स का सेल्स किया, वहीं 1,715 यूनिट्स के साथ वित्तीय वर्ष 2021 की पहली तिमाही में अबतक की सबसे अधिक बिक्री दर्ज की है।
फ़्यूल क़ीमतों में हो रही लगातार वृद्धि से इलेक्ट्रिक की मांग में इज़ाफ़ा हुआ है। महाराष्ट्र व गुजरात जैसे राज्यों में कंपनी ने दावा किया है, कि डीज़ल वेरीएंट के बराबर ही नेक्सॉन इलेक्ट्रिक की मांग हुई है। राज्य सरकार द्वारा फ़ेम 2 में हुए बदलाव से मिल रहे लाभ और सब्सिडी के चलते नेक्सॉन इलेक्ट्रिक की मांग मौजूदा माह में बढ़ी है।
वित्तीय वर्ष 2022 की पहली तिमाही में नेक्सॉन इलेक्ट्रिक का मौजूदा समय में अपनी सूची में 3 प्रतिशत का योगदान है, जो पिछले दो साल में 0.2 प्रतिशत था। कंपनी ने उम्मीद जताई है, कि कुल सवारी ग्राड़ियों की बिक्री में से नेक्सॉन इलेक्ट्रिक का 5 प्रतिशत का हिस्सा होगा। कंपनी का सालाना रिपोर्ट कहता है, कि वर्ष 2025 तक 10 इलेक्ट्रिक वीइकल्स को पेश करने के साथ-साथ चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को मज़बूत बनाने के लिए क़दम उठाएगा।
अनुवाद: धीरज गिरी