- अल्फ़ा प्लेटफ़ॉर्म पर तैयार की जा रही हैं ये गाड़ियां
- एक दिन में प्रोड्यूस होती हैं 800 कार्स
टाटा के पुणे स्थित चाकण प्लांट में कारवाले टीम ने पंच और अल्ट्रोज़ को बनते हुए देखा। इस दौरान हमें मिली जानकारी के अनुसार, एक टाटा पंच या एक अल्ट्रोज़ को बनाने में कुल 36 घंटों का समय लगता है। इन घंटों में न केवल पार्ट्स को असेम्बल किया जाता है, बल्कि इसे सड़क पर उतारने के लिए सभी पहलुओं पर जांचा-परखा भी जाता है। 36 घंटों में कंपनी एक यूनिट को पूरी तरह से डीलर्स को डिलिवर करने के लिए तैयार कर देती है। अल्फ़ा प्लेटफ़ॉर्म पर तैयार किए गए इन दोनों मॉडल्स को सीएनजी किट के साथ भी ख़रीदा जा सकता है।
हर दिन 800 गाड़ियां बनाती है टाटा
टाटा के मुताबिक़, इस अल्फ़ा प्लेटफ़ॉर्म के लाइन-अप में एक दिन में 800 गाड़ियां तैयार की जाती हैं। कुल प्रोडक्शन का 90% काम रोबोट्स के ज़रिए किया जाता है। टाटा के इस प्लांट में तीन शिफ़्ट में काम जारी है और ब्रैंड के अनुसार वे इस लाइन-अप का सौ फ़ीसदी इस्तेमाल कर रहे हैं। टाटा साल 2023 के मई महीने तक अपने मॉडल पंच की दो लाख यूनिट्स का प्रोडक्शन कर चुकी है।
ग़ौरतलब है, कि टाटा की पंच पर तक़रीबन एक महीने का वेटिंग पीरियड है। वहीं अल्ट्रोज़ पर भी तक़रीबन छह हफ़्तों की वेटिंग चल रही है। इस अवधि में शहर व राज्य के अनुसार बदलाव हो सकता है।
टाटा की नई ट्विन-सिलेंडर टेक्नोलॉजी
जैसा कि हमने बताया, टाटा पंच और अल्ट्रोज़ दोनों का ही सीएनजी वर्ज़न बाज़ार में बिक्री के लिए उपलब्ध है। इन गाड़ियों में टाटा की नई ट्विन-सिलेंडर टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर सीएनजी की फ़िटिंग दी गई है। इस नई टेक्नोलॉजी के तहत पंच और अल्ट्रोज़ में सीएनजी के दो सिलेंडर्स मिलते हैं। इस नई तकनीक से गाड़ी में और ज़्यादा फ़ीचर्स देने में मदद मिलती है। सीएनजी की मदद से बाक़ी फ़्यूल के मुक़ाबले 12-13% कार्बन फ़ुटप्रिंट कम करने में मदद मिलती है।
टाटा पंच और अल्ट्रोज़ की जानकारी
टाटा की पंच की शुरुआती क़ीमत 5.99 लाख रुपए, एक्स-शोरूम है। इसे पेट्रोल और सीएनजी दोनों विकल्पों में ख़रीदा जा सकता है। 1.2-लीटर पेट्रोल इंजन के साथ आने वाले इस मॉडल को पांच-स्पीड मैनुअल व ऑटोमैटिक यूनिट के साथ जोड़ा गया है। हाल ही में कारवाले ने टाटा पंच की फ़्यूल इफ़िशंसी का भी ख़ुलासा किया था, जिसके बारे में यहां पढ़ा जा सकता है। पंच की टक्कर हुंडई एक्सटर, मारुति सुज़ुकी की स्विफ़्ट और इग्निस से है।
वहीं टाटा की अल्ट्रोज़ को 6.59 लाख रुपए, एक्स-शोरूम की क़ीमत पर ख़रीदा जा सकता है। अल्ट्रोज़ पेट्रोल, डीज़ल और सीएनजी इन तीन फ़्यूल विकल्पों में मिलती है। अल्ट्रोज़ को पांच-स्पीड मैनुअल और डीसीए ट्रैंस्मिशन के बीच चुन सकते हैं। टाटा अल्ट्रोज़ के सीएनजी वर्ज़न की एआरएआई माइलेज 26.2 किमी प्रति किलो है। टाटा अल्ट्रोज़ को भारतीय बाज़ार में मारुति सुज़ुकी बलेनो और हुंडई i20 से कड़ी टक्कर मिलती है।