- सालाना 7,000 टन कार्बन इमिशन को कम करने का है लक्ष्य
- इस कारपोर्ट से कार पार्किंग होगी दुगनी
टाटा मोटर्स ने टाटा पावर के साथ मिलकर पुणे, महाराष्ट्र के चिखली में स्थित अपने प्रोडक्शन प्लांट में ग्रिड-सिंक्रोनाइज़्ड, बिहाइंड-द-मीटर सोलर कारपोर्ट की स्थापना की है। यह 6.2 मेगा वॉट कारपोर्ट 30,000 वर्ग मीटर में फैला हुआ है, जो सालाना 86.4 लाख किलो वॉट इलेक्ट्रिसिटी पैदा करने में सक्षम है।
उम्मीद है, कि इस कारपोर्ट से एक साल में 7,000 टन से अधिक कार्बन इमिशन को कम करने में मदद मिलेगी और पूरे जीवन काल में 1.6 लाख टन कार्बन इमिशन को कम कर सकेगा। इसके अलावा, इस कारपोर्ट की मदद से फ़ैक्टरी में प्रोड्यूस हो रही नई वीइकल्स के लिए पार्किंग की जगह भी दुगनी हो जाएगी। यह पूरा कारपोर्ट साढ़े नौ महीने के समय में तैयार किया गया है। साथ ही, टाटा मोटर्स साल 2030 तक 100 प्रतिशत रिन्यूएबल एनर्जी उत्पन करने के अपने उद्देश्य को पूरा करने की तैयारी कर रही है।
टाटा मोटर्स के पैसेंजर वीइकल बिज़नेस यूनिट के प्रेसिडेंट, शैलेश चंद्रा ने कहा, 'हम अपने ग्राहकों को अच्छे और टिकाऊ प्रोडक्ट्स देने के साथ पर्यावरण को सुधारने का अधिक से अधिक प्रयास कर रहे हैं। हम हमेशा से एनर्जी को बचाने के प्रति सचेत रहे हैं और अपने सभी कार्यों को 100 प्रतिशत रिन्यूएबल एनर्जी के उपयोग से करने की ओर काम कर रहे हैं। हमारे पुणे के कार प्लांट में भारत का सबसे बड़ा सोलर कारपोर्ट तैयार करने के लिए टाटा पावर के साथ हमारी साझेदारी एक बड़ा क़दम है।'
अनुवाद: विनय वाधवानी