- ग्लोबल एनकैप क्रैश टेस्ट का नया परिणाम हुआ ज़ारी
- कार की पूरी सुरक्षा-रेटिंग को करता है कवर
भारत में बनी रेनो ट्राइबर, जो अफ्रीकी बाज़ारों में बिकती है, ने हाल ही में ग्लोबल न्यू कार असेस्मेंट प्रोग्राम (GNCAP) क्रैश टेस्ट्स में भाग लिया। रिपोर्ट्स के अनुसार, इस एमपीवी को केवल दो-स्टार सुरक्षा रेटिंग मिली है। अब इसके बारे में हम इस लेख में विस्तार से चर्चा करने जा रहे हैं।
चार-स्टार से दो-स्टार तक का सफ़र
2021 में अडल्ट सेफ़्टी के लिए चार-स्टार और चाइल्ड सेफ़्टी के लिए तीन-स्टार रेटिंग हासिल किया था। वाहन ने ड्राइवर के सिर और गर्दन की अच्छी सुरक्षा की, लेकिन सामने और साइड इम्पैक्ट में ड्राइवर की छाती की सुरक्षा कमजोर पाई गई। आइसोफ़िक्स ऐंकरेज की कमी के कारण चाइल्ड सेफ़्टी में डमी के सिर, गर्दन और छाती के लिए इसका परफ़ॉर्मेंस काफ़ी निराशाजनक रहा।
क्रैश टेस्ट्स और उनकी इम्पॉर्टैंस
ग्लोबल एनकैप के क्रैश टेस्ट प्रोटोकॉल अब सभी वीइकल्स के लिए फ्रंटल और साइड इम्पैक्ट प्रोटेक्शन की जांच करते हैं, जिसमें इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल (ESC) भी शामिल है। ज़्यादा स्टार रेटिंग पाने वाली कार्स के लिए अतिरिक्त जांच में पैदल यात्री प्रोटेक्शन और साइड पोल इम्पैक्ट प्रोटेक्शन भी शामिल होती है।
हालिया टेस्ट्स 'सेफ़र कार्स फ़ॉर अफ्रीका' पहल के तहत किए गए थे और कम सेफ़्टी परफ़ॉर्मेंस एक बड़ी चिंता के रूप में उभरकर सामने आया है। उम्मीद है कि, ये कम स्टार रेटिंग एक चेतावनी के रूप में काम करेगी और भविष्य में अडल्ट्स, चाइल्ड ऑक्यूपेंट्स और पेडेस्ट्रियन के लिए सुरक्षित कार्स के निर्माण के लिए प्रेरित करेगी।
अनुवाद: गुलाब चौबे