- रेनो ट्राइबर को वयस्क और बच्चे की सुरक्षा के लिए चार स्टार्स मिले
- गाड़ी के बॉडीशेल को अस्थिर बताया गया
ग्लोबल एनकैप ने भारतीय मॉडल रेनो ट्राइबर का क्रैश टेस्ट रिपोर्ट पेश किया है, जिसमें मॉडल को चार-स्टार रेटिंग मिली हुई है। इस मॉडल में सुरक्षा के लिए दोहरे एयरबैग्स, एबीएस के साथ ईबीडी, सीट बेल्ट रिमाइंडर सिस्टम और सामने की ओर सीट-बेल्ट प्री-टेंशनर्स दिए गए हैं।
ग्लोबल एनकैप द्वारा रिलीज़ किए गए डेटा के अनुसार, रेनो ट्राइबर ने 17 में से 11.62 पॉइंट्स हासिल किए हैं, जिससे इसे सुरक्षा में चार स्टार्स मिले हुए हैं। वहीं बच्चों की सुरक्षा में इसे 49 पॉइंट्स में से 27 पॉइंट्स मिले हैं। जिससे ट्राइबर को बच्चों की सुरक्षा के लिए तीन-स्टार रेटिंग मिली है। इस सात-सीटर कार के बॉडीशेल को अस्थिर बताया गया है।
रेनो ट्राइबर में वयस्क ड्राइवर और सवारी के लिए सिर व गर्दन की सुरक्षा अच्छी दी गई है। वहीं ड्राइवर के छाती की सुरक्षा ठीक-ठाक है, तो पैसेंजर के छाती की सुरक्षा बेहतर है। वहीं ड्राइवर के घुटनों की सुरक्षा ठीक-ठाक दी गई है, जबकि ड्राइवर को दुर्घटना के दौरान डैशबोर्ड के पीछे से काफ़ी नुक़सान पहुंच सकता है। वहीं पैसेंजर के घुटनों की सुरक्षा काफ़ी अच्छी दी गई है।
तीन-साल के बच्चे के लिए सीट आगे की ओर मुंह किए हुए इन्स्टॉल किया गया था और इसमें वयस्कों वाले सीटबेल्ट का इस्तेमाल किया गया था। यह व्यवस्था बच्चे को सामने की ओर के तेज़ धक्के से बचा पाने में बहुत सफल नहीं थी। बच्चे की छाती की सुरक्षा औसत थी, तो वहीं सिर की सुरक्षा बहुत ही कम थी। 18-महीने के बच्चे की सीटिंग व्यवस्था भी वयस्क सीटबेल्ट के साथ पीछे की ओर मुंह करके की गई थी, जिससे बच्चे को पूरी सुरक्षा मिल रही थी। इस गाड़ी में पीछे की ओर बीचोंबीच जांघों के लिए सुरक्षा दी गई है और इसमें आइसोफ़िक्स ऐंकरेजेस भी नहीं दिए गए हैं।
इस मौक़े पर अलजैंड्रो फुरस, सेक्रेटरी जनरल, ग्लोबल एनकैप ने कहा, “रेनो ने वर्ष 2016 में क्विड पर किए गए सामने के क्रैश टेस्ट की तुलना में अब काफ़ी बेहतर परफ़ॉर्म किया है। हमें उम्मीद है, कि रेनो आगे इसी तरह सुरक्षा में पांच-स्टार पाने में भी सफल रहेगा।”
अनुवाद: सोनम गुप्ता