- ट्राइबर के आयात का विस्तार जल्द ही अफ्रीका के अन्य भागों तथा सार्क देशों में किया जाएगा
- रेनो की ट्राइबर ने 20,000 यूनिट की बिक्री पार कर ली है, जिससे पिछले 2 महीनों में रेनो इंडिया की बिक्री 70% तक जा पहुंची है
- यूरोपीय ब्रैंड ट्राइबर में अपने सेग्मेंट के लिहाज़ से 30 से भी ज़्यादा ख़ास फ़ीचर्स हैं, जैसे कि कम्फ़र्टेबल सीट्स, एसयूवी स्किड प्लेट्स, एलईडी इंस्ट्रुमेंट क्लस्टर, दूसरी और तीसरी कतार पर ड्युअल एसी, स्टाइलिश वील्स, 182mm का हाई ग्राउंड क्लीयरेंस और 20.32 सेमी (8 इंच) का टचस्क्रीन मीडियानैव इवोल्यूशन सिस्टम उपलब्ध है।
रेनो ट्राइबर बेहद आकर्षक इंटीरियर वाला एक लम्बा-चौड़ा, अल्ट्रा-मॉड्यूलर, फ़्यूल-इफ़िशंट कार है, जिसकी 4 मीटर से भी कम जगह में कई आधुनिक और व्यावहारिक फ़ीचर्स मौजूद हैं।
वेंकटराम मामिल्लापल्ले, कंट्री सीईओ और मैनेजिंग डायरेक्टर, रेनो इंडिया ऑपरेशन्स ने कहा, “रेनो ट्राइबर को लॉन्च करके रेनो ने भारतीय ऑटोमोबाइल बाज़ार के सबसे बड़े और सबसे तेज़ी से बढ़ते सेग्मेंट में क़दम रखा था। ट्राइबर ने सफलता की एक अवधारणा के रूप में ख़ुद को पहले ही स्थापित कर लिया है और कार ख़रीदारों के व्यापक समूह के बीच इसकी ज़बर्दस्त स्वीकृति देखी गई है। भारत में 20,000 से अधिक ट्राइबर बेचने के बाद अब दक्षिण अफ्रीका को इन 600 वाहनों के पहले बैच का निर्यात शुरू करते हुए हम गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। विकास की इस गति को हम जारी रखेंगे और भारत में ट्राइबर परिवार के फलने-फूलने के साथ-साथ अफ्रीका और सार्क क्षेत्र के अन्य हिस्सों में ट्राइबर के निर्यात का विस्तार करते रहेंगे।
इस मॉडल की अगली और पिछली सीट की तुलना हमने मारुति सुज़ुकी स्विफ़्ट, हृयूंडे ग्रैंड i10 नियॉस से की है।