फ़ेस्टिव सीज़न की शुरुआत में, रेनो भारत ने इस महीने अपने मॉडल्स पर कई ऑफ़र्स देने का ऐलान किया है। यह डिस्काउंट नक़द छूट, एक्सचेंज बोनस, कॉर्पोरेट बोनस और लॉयल्टी बोनस के रूप में उपलब्ध है।
रेनो क्विड पर इस महीने 10,000 रुपए की नक़द छूट, 20,000 रुपए तक का एक्सचेंज बोनस (1.0-लीटर मॉडल के लिए 20,000 रुपए और 0.8-लीटर वर्ज़न पर 15,000 रुपए) और 10,000 रुपए का कॉर्पोरेट डिस्काउंट कंपनी दे रही है। बता दें, कि महाराष्ट्र, गोवा, और गुजरात के ग्राहकों को चुनिंदा वेरीएंट्स पर 20,000 रुपए का कैश डिस्काउंट दिया जा रहा है। स्टॉक की उपलब्धता के अनुसार, साल 2020 में बने मॉडल्स पर 10,000 रुपए की अतिरिक्त छूट मिल रही है।
कुछ महीने पहले, रेनो ट्राइबर को साल 2021 में अपडेट किया गया था और पिछले महीने फ़ीचर्स में कुछ बदलाव किए गए थे। इस एमपीवी पर साल 2021 में तैयार किए गए मॉडल्स और साल 2021 से पहले तैयार किए गए मॉडल्स पर अलग अलग ऑफ़र्स दिए जा रहे हैं।
साल 2021 से पहले तैयार किए गए मॉडल्स पर 25,000 रुपए की नक़द छूट, 25,000 रुपए का एक्सचेंज बोनस और 10,000 रुपए का कॉर्पोरेट डिस्काउंट कंपनी दे रही है। महाराष्ट्र, गुजरात और गोवा के ग्राहकों को 10,000 रुपए का अतिरिक्त कैश डिस्काउंट दिया जा रहा है।
साल 2021 में बनी ट्राइबर पर 10,000 रुपए का कॉर्पोरेट डिस्काउंट, 25,000 रुपए का एक्सचेंज बोनस, RXT व RXZ वेरीएंट्स पर 15,000 रुपए और RXL ट्रिम पर 10,000 रुपए का कैश डिस्काउंट उपलब्ध है।
काइगर कॉम्पैक्ट एसयूवी पर इस महीने 95,000 रुपए तक के विशेष लॉयल्टी ऑफ़र्स मिल रहे हैं। गोवा, गुजरात और महाराष्ट्र के ग्राहकों को 80,000 रुपए तक की छूट दी जा रही है।
डस्टर पर सितंबर 2021 में 30,000 रुपए का एक्सचेंज बोनस, 20,000 रुपए की नक़द छूट और 30,000 रुपए का कॉर्पोरेट डिस्काउंट ऑफ़र किया जा रहा है। गोवा, गुजरात और महाराष्ट्र में रहने वाले ग्राहकों को 35,000 रुपए का कैश डिस्काउंट और 40,000 रुपए का एक्सचेंज बोनस मिल रहा है। साथ ही, कुछ कॉर्पोरेट और पब्लिक सेक्टर कंपनी के कर्मचारियों के लिए कॉर्पोरेट डिस्काउंट उपलब्ध है। इसके अलावा, किसानों, सरपंच और ग्राम पंचायत के सदस्यों को 15,000 रुपए का अतिरिक्त ग्रामीण डिस्काउंट दिया जा रहा है।
बता दें, कि महाराष्ट्र, गोवा और गुजरात में सभी ऑफ़र्स 10 सितंबर, 2021 तक ही सीमित हैं। बाक़ी राज्यों के लिए ये ऑफ़र्स 30 सितंबर, 2021 तक उपलब्ध हैं।
अनुवाद: विनय वाधवानी