हम आपके सामने हृयूंडे क्रेटा और निसान किक्स की तुलना कर रहे हैं। हमने इन दोनों मॉडल्स के टर्बोचार्ज्ड पेट्रोल वर्ज़न्स को चुना है।
निसान किक्स
BS6 अपडेट के साथ निसान किक्स में 1.3-लीटर चार-सिलेंडर, डायरेक्ट-इंजेक्शन, टर्बोचार्ज्ड पेट्रोल मोटर दिया गया है, जो 154bhp का पावर व 254Nm का टॉर्क प्रोड्यूस कर अपने सेग्मेंट में सबसे बेहतर है। इस इंजन के साथ पांच-स्पीड मैनुअल या X-ट्रॉनिक सीवीटी सात-स्टेप एम-मोड के साथ के विकल्प दिए गए हैं। पेपर पर तो इसका एवरेज काफ़ी आकर्षक लग रहा है और हमें उम्मीद है, कि असल ज़िंदगी में भी यह बेहतर ही परफ़ॉर्म करेगी। कोरोना वायरस के चलते लगे लॉकडाउन के ख़त्म होते ही हम इस मॉडल का रिव्यू आपके सामने पेश करेंगे।
यह नया HR13 DDT मोटर निसान द्वारा रेना व डैमलर के साथ कलैब्रेशन में तैयार किया गया है। यह मोटर निसान, रेनो और मर्सिडीज़-बेन्ज़ के वैश्विक मॉडल्स को पावर प्रदान करता है। 1.3-लीटर मोटर के अलावा किक्स में भी 1.5-लीटर नैचुरली-अस्पिरेटेड पेट्रोल इंजन दिया गया है, जो कि पांच-स्पीड मैनुअल ट्रैंस्मिशन के साथ उपलब्ध है।
हृयूंडे क्रेटा
सेकेंड-जनरेशन हृयूंडे क्रेटा में 1.4-लीटर चार-सिलेंडर TGDi टर्बो-पेट्रोल इंजन दिया गया है और ऐसा ही इंजन किया सेल्टोस में भी है। यह भी 138bhp का पावर व 242Nm का टॉर्क जनरेट करता है। लेकिन इस मॉडल में यह मोटर केवल सात-स्पीड ड्युअल-क्लच ऑटोमैटिक के साथ पेश किया गया है।
क्रेटा में दिया गया ड्युअल-क्लच ट्रैंस्मिशन टेक्नोलॉजिकली किक्स के सीवीटी यूनिट से बेहतर है। हालांकि डीसीटी का परफ़ॉर्मेंस ज़्यादा अच्छा होता है, लेकिन वे टॉर्क कन्वर्टर ऑटोमैटिक या सीवीटी जितना भरोसेमंद नहीं होते। टर्बो-पेट्रोल मोटर के अलावा हृयूंडे क्रेटा 1.5-लीटर एनए पेट्रोल और टर्बो-डीज़ल इंजन्स के साथ उपलब्ध है। यह मैनुअल और ऑटोमैटिक इन दो ट्रैंस्मिशन विकल्पों के साथ उपलब्ध है।