-टेक्नोलॉजी एक्स्पर्ट्स का मिलेगा साथ
-वर्ष 2017 से अब तक एमजी 60 स्टार्ट-अप्स की कर चुका है शुरुआत
एमजी डेवलपर्स और ग्रांट के अंतर्गत एमजी मोटर ने छह और स्टार्ट-अप्स के लिए साइन किया है। इन छह स्टार्ट-अप्स में हाइवे, डिलाइट, सोशलकोर, इनकैबएक्स, कैमकॉम, क्लियरकोट और अलेक्सा आधारित मीसिक्स शामिल हैं। एमजी मोटर स्टार्ट-अप्स को बेहतर बनाने के लिए टेक्नोलॉजी एक्स्पर्ट और एमजी के विशेषज्ञों के साथ मिलकर काम करेगी।
हाइवे डिलाइट भारत का पहला फ्री ट्रैवल ऐप होगा, जिसके द्वारा सुरक्षा और मस्ती से भरे हाइवे ट्रैवल और रोड ट्रिप किए जा सकेंगे। मीसिक्स के द्वारा ग्राहकों को बेहतर कस्टमर सर्विस की सुविधा उपलब्ध होगी। सोशलकोर में आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस की मदद से ग्राहकों से जुड़कर सेल्स को बढ़ाने और क़ीमत को कम करने जैसी सुविधा होगी। वहीं इनकैबएक्स में ग्राहक अपनी सुविधा अनुसार कार को चुन सकेंगे। साथ ही कैमकॉम में किसी भी प्रकार के हुए नुक़सान की जानकारी प्राप्त की जा सकेगी। इसके अलावा क्लियरकोट के ज़रिए नुक़सान हुई कार को तस्वीरों या वीडियो की मदद से उसे ठीक करने और उसके ख़र्च की जानकारी मिल सकेगी। एमजी डेवलपर्स और ग्रांट के अंतर्गत इन छह स्टार्ट-अप्स के लिए वॉक्सोमॉस, ड्रिफ़्ट्ली और इनवॉल्यूशन कंपनी के साथ करार कर लिया गया है।
एमजी मोटर भारत साल 2017 से भारत में ऑटोमोबाइल को नए तकनीक से जोड़ने के लिए अब तक 60 स्टार्ट-अप्स की शुरुआत कर चुका है। यह सारे स्टार्ट-अप्स इंजन, इमिशन, टेक्नोलॉजी, चाइल्ड इन कार सेफ़्टी, नेविगेशन, कनेक्टिविटी और इलेक्ट्रिक वाहनों के ईकोसिस्टम पर कार्य करते हैं। इन प्रोग्राम्स का मक़सद भारत में बेहतर ईकोसिस्टम को विकसित करना है।
इस प्रोग्राम के लिए अब तक 300 से ज़्यादा आवेदन आ चुके हैं, जिसमें से पहले दौर में 60 टीम्स का चयन किया जा चुका है। इन सारे टीम्स में इंडस्ट्री के 25 विशेषज्ञों के अलावा एमजी भारत के लीडरशिप और टेक्नोलॉजी ईकोसिस्टम पार्टनर्स को शामिल किया जाएगा।
एमजी मोटर भारत के प्रेसिडेंट और एमडी राजीव चाबा ने कहा, ‘‘एमजी भारत में स्टार्ट-अप्स ईकोसिस्टम के द्वारा ग्राहकों को नई तकनीक और सुविधाओं से जोड़ना चाहती है। हमारा मक़सद भारत में बेहतर, स्मार्ट और नई टेक्नोलॉजी वाले इन्फ्रास्ट्रक्चर को अर्बन मोबिलिटी के लिए विकसित करना है। इस एमजी डेवलपर्स प्रोग्राम को काफ़ी अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है, जो हमारे लिए एक अच्छा संकेत है। हम उन सारे टीम्स का स्वागत करते हैं, जो इस स्टार्ट-अप्स प्रोग्राम से जुड़ना चाहते हैं और हमारा पूरा सहयोग इन टीम्स को मिलता रहेगा।’’