- मेडक्लिन के साथ मिलकर उनके पेटेंट सेराफ़्यूज़नटीएम टेक्नोलॉजी पर चल रहा है शोध
एमजी ने कोरोना से लड़ने के लिए एक क़दम और आगे आकर सिंगापोर आधारित कंपनी मेडक्लिन के साथ पार्टनरशिप कर अपनी गाड़ियों के केबिन की हवा और गाड़ी के सतह को स्टेरलाइज़ करने का नैसर्गिक तरीक़ा तलाश रही है। कार निर्माता कंपनी एमजी अपनी गाड़ी हेक्टर और ZS EV को स्टेरलाइज़ करने के लिए मेडक्लिन के पेटेंट केबिन स्टेरलाइज़ेशन तकनीक की सेराफ़्यूज़न को इंस्टॉल करने की सफलता की पड़ताल कर रही है।
सेराफ़्यूज़न गाड़ी में बैठे पैसेंजर्स की सेहत का ख़्याल रखते हुए गाड़ी के केबिन को पूरी तरह से कीटाणुमुक्त बनाकर उसे स्टेरलाइज़ करती है। यह गाड़ी में सक्रिय ऑक्सिजन रिलीज़ करती है, ताकि एलर्जन्स, पॉल्यूटेंट्स और माइक्रोबिअल ऑर्गेनिज़्म्स को बिना किसी केमिकल के नैचुरली स्टेरलाइज़ किया जा सके। यह सलूशन केबिन के हवा में से न केवल बैक्टीरिया, मोल्ड, यीस्ट और वायरस को ख़त्म करता है, अलग-अलग तरह की सतह को भी स्टेरलाइज़ करता है।
इस मौक़े पर राजीव चाबा, प्रेसिडेंट औ मैनेजिंग डायरेक्टर, एमजी मोटर, इंडिया ने कहा, 'नएपन और सुरक्षा के हमारे ध्येय को ध्यान में रखते हुए हमने अपने सेग्मेंट के विश्व स्तरीय कंपनी मेडक्लिन के साथ पार्टनरशिप की है। ताकि हम अपनी गाड़ियों के केबिन को स्टेरलाइज़ कर सकें। हम आगे भी इसी तरह का काम करते रहेंगे और अपने ग्राहकों व पर्यावरण के लिहाज़ से भी साफ़-सुरक्षित गाड़ी मुहैया कराने की कोशिश करते रहेंगे।'