-मारुति सुज़ुकी ने एयरॉक्स नाइजेन इक्विप्मेंट्स और सैम गैस प्रोजेक्ट्स के साथ मिलाया हाथ
-कंपनी बिना किसी मुनाफ़े के करेगी यह काम
मारुति सुज़ुकी भारत (एमएसआईएल) ने ऑक्सीजन प्रेशर स्विंग एड्सॉर्प्शन (पीएसए) जनरेटर प्लांट्स के निर्माण को बढ़ावा देने का ऐलान किया है। कंपनी ने यह क़दम छोटे पैमाने पर काम कर रहे निर्माताओं के सीमित साधन और मुश्किलों को देखते हुए उठाया है।
मारुति ने दिल्ली एनसीआर में काम कर रही एयरॉक्स नाइजेन इक्विप्मेंट्स और सैम गैस प्रोजेक्ट्स जैसी दो कंपनीज़ के साथ मिलकर काम करने जा रही है, जिनके पास कई ऑर्डर्स होने के बावजूद महीने में केवल पांच से आठ प्लांट्स तैयार करने की क्षमता ह। इस कार निर्माता ने निर्णय किया है, कि इन साधनों का इस्तेमाल कर इनके प्रोडक्शन को बढ़ाने में मदद मिलेगी।
मारुति सुज़ुकी द्वारा 1 मई, 2021 को शुरू हुई इस चर्चा के बाद यह समझौता किया गया, कि टेक्नोलॉजी, क्वॉलिटी, परफ़ॉर्मेंस के साथ-साथ सभी कमर्शियल मामलों की ज़िम्मेदारी दोनों ऑक्सीजन निर्माताओं की होगी,तो वहीं, मारुति और उसके सभी विक्रेता इस प्रोडक्शन को तेज़ी से बढ़ाने में मदद करेंगे। बता दे, कि कंपनी यह काम बिना किसी निजी मुनाफ़े के कर रही है।
एयरॉक्स की फ़ैक्ट्री अहमदाबाद में है और मारुति सुज़ुकी के एसकेएच मेटल्स विक्रेता के साथ मिलकर काम कर रही है। एमएसआईएल ने पीएसए प्लांट के लिए महत्वपूर्ण ज़िओलाइट का एयरफ्रेटेड द्वारा आयात करने की व्यवस्था की है। मौजूदा समय में एयरॉक्स एक दिन में एक पीएसए प्लांट का उत्पादन कर रही है और इस महीने के अंत तक यह आकड़ा चार यूनिट्स प्रति दिन का होगा। उम्मीद है, कि मई महीने में 50 से 60 यूनिट्स का उत्पादन किया जा सकेगा।
सैम गैस प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड मारुति सुज़ुकी के जेबीएमएल विक्रेता के साथ मिलकर काम कर रही है। यह कंपनी मई महीने में 20 से 30 प्लांट्स का प्रोडक्शन कर सकती है। मारुति सुज़ुकी इन दोनों कंपनीज़ से ये ऑक्सीजन प्लांट्स ख़रीद कर चिकित्सिक सेवाओं के लिए उपयोग करेगी। कंपनी की एक अलग टीम प्रोडक्शन के बाद इन प्लांट्स को जल्द से जल्द स्थापित और शुरू करने का कार्य कर रही है।
अनुवाद: विनय वाधवानी