बाज़ार में एसयूवी गाड़ियां ख़ूब ट्रेंड में हैं। और इसी ट्रेंड के बीच ऐंट्री लेवल अपडेटेड रेनो क्विड और S-प्रेसो ने अपनी ख़ास जगह बना ली हैं। हमने इन दोनों गाड़ियों को अच्छी तरह परख कर जाना कि इनमें से कौन-सी गाड़ी बेहतर है? वैसे हमारे कई टेस्ट्स में से एक टेस्ट गाड़ी के फ़्यूल पर भी आधारित रहा। जिसमें हमने जांचा कि गाड़ी सड़क और हाईवे पर कितना माइलेज देती है। यहां हम आपको मारुति सुज़ुकी S-प्रेसो और रेनो क्विड दोनों की फ़्यूल इफ़िशंसी के बारे में बता रहे हैं, ताकि आप इन दोनों के बीच तुलना कर अपने लिए सही गाड़ी चुन सकें।
रेनो क्विड 1.0-लीटर तीन-सिलेंडर पेट्रोल इंजन के साथ आता है, जो कि 68bhp/91Nm का टॉर्क जनरेट करता है। वहीं S-प्रेसो 1.0-लीटर तीन-सिलेंडर इंजन के साथ 67bhp का पावर और 90Nm टॉर्क प्रोड्यूस करता है। दोनों इंजन्स पांच-स्पीड मैनुअल ट्रैंस्मिशन के साथ स्टैंडर्ड तौर पर पेश किया गया है। लेकिन आप चाहें, तो इसे पांच-स्पीड ऑटोमेटेड मैनुअल ट्रैंस्मिशन के साथ पा सकते हैं और हमने टेस्ट करने के लिए एएमटी का ही इस्तेमाल किया।
S-प्रेसो VXi, ऑटोमेटेड मैनुअल ट्रैंस्मिशन इंजन 770 किलो का है, जबकि क्विड RXT (O) वेरिएंट इससे 10 किलो हल्का यानी 760 किलो का है।
शहर में फ़्यूल इफ़िशंसी
S-प्रेसो ने शहर में 13.77km प्रति लीटर का एवरेज दिया, बल्कि रेनो क्विड ने 12.3km प्रति लीटर का एवरेज दिया।
हाईवे फ़्यूल इफ़िशंसी
हाईवे पर रेनो क्विड ने 17.7km प्रति लीटर का एवरेज दिया, वहीं S-प्रेसो ने 20.15km प्रति लीटर का माइलेज दिया।
टैंक कपैसिटी और रेंज
दोनों ही गाड़ियों में 35-लीटर का टैंक है, लेकिन दोनों के माइलेज में काफ़ी अंतर है। जहां क्विड 35-लीटर टैंक के साथ 525km की दूरी तय करती है, वहीं S-प्रेसो उतनी ही टैंक के साथ 593km की दूरी तय करने में क़ामयाब रही।