- सालाना 20,000 कार्स किए जाएंगे निर्यात
- 14,000 कार्स को पार्क करने की क्षमता
मारुति सुज़ुकी ने वैश्विक स्तर पर सवारी गाड़ियों के निर्यात को बढ़ाने के लिए कामराजर पोर्ट लिमिटेड से हाथ मिलाया है। कामराजर पोर्ट भारत का 12वां प्रमुख बंदरगाह है, जिसमें 14,000 कार्स को पार्क करने की क्षमता है। यह दक्षिण भारत के चेन्नई में स्थित है। इसे ब्रैंड द्वारा अफ्रीका,मध्य पूर्व, लेटिन अमेरिका, दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्र संघ,महासागरीय और सार्क क्षेत्रों में एक्सपोर्ट करेगी।
मुंबई, मुंद्रा और पिपावा के कामराजर सवारी गाड़ियों के निर्यात के लिए चौथा पोर्ट बन गया है। यह समझौता पांच सालों का है, जो दिसंबर 2022 से शुरू है। इस बंदरगाह से सालाना क़रीब 20,000 कार्स निर्यात किए जाएंगे। इस पोर्ट में मारुति सुज़ुकी ग्रैंड विटारा को पोर्ट के प्री-डिलिवरी इंस्पैक्शन सेंटर पर भेजा जाएगा और बाद में एक्सपोर्ट किया जाएगा।
मारुति सुज़ुकी भारत के मैनेजिंग डायरेक्टर व सीईओ हिसाशी टेकुची ने कहा, “मारुति सुज़ुकी भारत सरकार के पहल ‘मेक इन इंडिया’ से प्रभावित है। एक्सपोर्ट को बढ़ाने से हम अपने ग्राहकों को वैश्विक स्तर पर भी विश्वसनीय, बेहतर क्वॉलिटी और एड्वांस टेक्नोलॉजी की कार्स को ऑफ़र करने के वादे को पूरा कर सकेंगे।
अनुवाद- धीरज गिरी