- मारुति के पास मौजूदा समय में 10 BS6-अनुपालित मॉडल्स हैं
- BS6 नियमों के अनुरूप केवल पेट्रोल इंजन्स के विकल्प उपलब्ध
- BS6 इंजन्स 25 प्रतिशत तक कम नाइट्रस ऑक्साइड रिलीज़ करते हैं
- अप्रैल 2020 के बाद BS6 के अलावा कोई और गाड़ी पंजीकृत नहीं की जा सकेगी
अप्रैल 2019 के बाद से मारुति सुज़ुकी ने पांच लाख BS6 गाड़ियां बेच ली हैं। पिछले 10 महीने में कंपनी द्वारा बेची गई कुल गाड़ियों में से 47 प्रतिशत गाड़ियां BS6-पेट्रोल रही हैं। मारुति ने अपनी इस उपलब्धि को हरे-भरे व साफ़-सुथरे पर्यावरण की ओर एक बड़े क़दम की तरह पेश किया है।
कैनेची अयुकावा, मैनेजिंग डायरेक्टर ऐंड सीईओ, एमएसआईएल ने कहा, 'हम अपने ग्राहकों के शुक्रगुज़ार हैं, कि उन्होंने BS6 टेक्नोलॉजी पर आधारित हमारी गाड़ियों का अच्छा स्वागत किया है। हमारी यह उपलब्धि भारत में नए इंजन्स और टेक्नोलॉजी की बढ़त को दर्शाती है। चर्चित मॉडल्स को BS6 अनुपालित इंजन्स के साथ समय से पहले पेश कर हमने सरकार के हरे-भरे और साफ़-सुथरे पर्यावरण के लक्ष्य का पूरा समर्थन किया है।'
मारुति सुज़ुकी BS6 रेंज में मौजूदा वक़्त में ऑल्टो, S-प्रेसो, सिलेरियो, वैगनआर, स्विफ़्ट, बलेनो, डिज़ायर, अर्टिगा, XL6 और ईको शामिल हैं।
ग़ौरतलब है, कि कंपनी ने अपनी किसी भी डीज़ल-पावर्ड गाड़ी का BS6 वर्ज़न पेश नहीं किया है। आगामी ऑटो एक्स्पो 2020 में कंपनी अपनी BS6 की नई रेंज पेश कर सकती है।