- मारुति सुज़ुकी ने पाया, कि उनकी 45 प्रतिशत से ज़्यादा पूछताछ डिजिटल चैनल द्वारा हो रही है
- ग्राहकों को निजी अनुभव मुहैया कराने का दावा करता है कॉन्टेट मैनेजमेंट सिस्टम
देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुज़ुकी ने ख़ुलासा किया है, कि देश में बिकने वाली हर दो गाड़ियों में से एक कार के लिए डिजिटली पूछताछ की गई है। इस लॉकडाउन के दौरान कंपनी के प्रॉडक्ट्स को लेकर 45 प्रतिशत पूछताछ डिजिटल ही रही है। यह वित्तीय वर्ष 2019 का कुल 13 प्रतिशत और वित्तीय वर्ष 2018 का पांच प्रतिशत ही है। शशांक श्रीवास्तव, एग्ज़ेक्यूटिव डायरेक्टर, सेल्स और मार्केटिंग, मारुति सुज़ुकी ने पीटीआई को बताया कि, कंपनी ने पहले ही 26 संपर्क केंद्रों में से 21 को पूरी तरह से डिजिटल कर दिया है। जिसमें गाड़ी ख़रीदने से लेकर डॉक्यूमेंट तैयार करने और भुगतान करने जैसी सेवाएं शामिल हैं।
कंपनी गाड़ी ख़रीदने की प्रक्रिया में अनूठी डिजिटल फ़ाइनेंस सुविधा देती है। अगले छह महीनों में कंपनी पूरी तरह से डिजिटल फ़ाइनेंसिंग विकल्प मुहैया कराने की ओर काम कर रही है। वहीं शशांक ने इस बारे में कहा, कि कुछ संपर्क केंद्र जो टेस्ट ड्राइव्स और डिलिवरी देते हैं, उन्हें पूरी तरह से डिजिटल नहीं किया जा सकता है। 'फ़िलहाल हम एक ऐसे 'फ़िजिटल' अप्रोच को बढ़ावा दे रहे हैं, जहां कम से कम फ़िज़िकल संपर्क केंद्र और ज़्यादा से ज़्यादा डिजिटल संपर्क केंद्र की सुविधा दे सकें। हम डिजिटल इंटरफ़ेस और असल डीलरशिप शोरूम्स के बीच एक अच्छा संतुलन बनाने की कोशिश कर रहे है।'
ग्राहकों को निजी अनुभव देने के लिए कंपनी ने एक कॉन्टेंट मैनेजमेंट सिस्टम तैयार किया है। डिजिटल सिग्नल के आधार पर मारुति सुज़ुकी हर एक ग्राहक से निजी तौर पर संपर्क करता है, ताकि उनके गाड़ी ख़रीदने का अनुभव अच्छा बन सके। इसके अलावा कंपनी मोबाइल के लिए सबसे पहले कंटेट बनाने की कोशिश में लगी हुई है, क्योंकि लोगों के इंटरनेट ब्राउज़िंग का सबसे ज़्यादा पसंद किए जाने वाला ज़रिया मोबाइल ही है।
- मारुति सुज़ुकी ने पाया, कि उनकी 45 प्रतिशत से ज़्यादा पूछताछ डिजिटल चैनल द्वारा हो रही है
- ग्राहकों को निजी अनुभव मुहैया कराने का दावा करता है कॉन्टेट मैनेजमेंट सिस्टम
देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुज़ुकी ने ख़ुलासा किया है, कि देश में बिकने वाली हर दो गाड़ियों में से एक कार के लिए डिजिटली पूछताछ की गई है। इस लॉकडाउन के दौरान कंपनी के प्रॉडक्ट्स को लेकर 45 प्रतिशत पूछताछ डिजिटल ही रही है। यह वित्तीय वर्ष 2019 का कुल 13 प्रतिशत और वित्तीय वर्ष 2018 का पांच प्रतिशत ही है। शशांक श्रीवास्तव, एग्ज़ेक्यूटिव डायरेक्टर, सेल्स और मार्केटिंग, मारुति सुज़ुकी ने पीटीआई को बताया कि, कंपनी ने पहले ही 26 संपर्क केंद्रों में से 21 को पूरी तरह से डिजिटल कर दिया है। जिसमें गाड़ी ख़रीदने से लेकर डॉक्यूमेंट तैयार करने और भुगतान करने जैसी सेवाएं शामिल हैं।
कंपनी गाड़ी ख़रीदने की प्रक्रिया में अनूठी डिजिटल फ़ाइनेंस सुविधा देती है। अगले छह महीनों में कंपनी पूरी तरह से डिजिटल फ़ाइनेंसिंग विकल्प मुहैया कराने की ओर काम कर रही है। वहीं शशांक ने इस बारे में कहा, कि कुछ संपर्क केंद्र जो टेस्ट ड्राइव्स और डिलिवरी देते हैं, उन्हें पूरी तरह से डिजिटल नहीं किया जा सकता है। 'फ़िलहाल हम एक ऐसे 'फ़िजिटल' अप्रोच को बढ़ावा दे रहे हैं, जहां कम से कम फ़िज़िकल संपर्क केंद्र और ज़्यादा से ज़्यादा डिजिटल संपर्क केंद्र की सुविधा दे सकें। हम डिजिटल इंटरफ़ेस और असल डीलरशिप शोरूम्स के बीच एक अच्छा संतुलन बनाने की कोशिश कर रहे है।'
ग्राहकों को निजी अनुभव देने के लिए कंपनी ने एक कॉन्टेंट मैनेजमेंट सिस्टम तैयार किया है। डिजिटल सिग्नल के आधार पर मारुति सुज़ुकी हर एक ग्राहक से निजी तौर पर संपर्क करता है, ताकि उनके गाड़ी ख़रीदने का अनुभव अच्छा बन सके। इसके अलावा कंपनी मोबाइल के लिए सबसे पहले कंटेट बनाने की कोशिश में लगी हुई है, क्योंकि लोगों के इंटरनेट ब्राउज़िंग का सबसे ज़्यादा पसंद किए जाने वाला ज़रिया मोबाइल ही है।