- ऐसा बताया गया है, कि निवेश से कम मुनाफ़ा होने से कंपनी डीज़ल विकल्पों को हतोत्साहित कर रही है
- फ़्यूल की बढ़ती क़ीमतों की वजह से ग्राहक इलेक्ट्रिक और सीएनजी विकल्पों की ओर बढ़ रहे हैं
हाल-फ़िलहाल में, देश में फ़्यूल की क़ीमतों में काफ़ी बढ़ोतरी हुई है। पेट्रोल और डीज़ल की इस बढ़ती क़ीमत की वजह से ग्राहक सीएनजी और इलेक्ट्रिक जैसे किफ़ायती विकल्पों की ओर बढ़ रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो कंपनी यूटिलिटी वीइकल्स की अपनी BS6 अनुपालित 1.5-लीटर डीज़ल इंजन विकल्पों को बंद करने की योजना बना रही है।
पिछले कुछ समय में देश में इलेक्ट्रिक वीइकल्स की मांग काफ़ी बढ़ी है। इस बढ़ती मांग ने कंपनी के डीज़ल विकल्प को बंद करने के फ़ैसले को और प्रोत्साहित किया है। वहीं कुछ मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो कंपनी ने कम निवेश मुनाफ़ों की वजह से डीज़ल इंजन की योजना को ठंडे बस्ते में डाल दिया है।
देश के सबसे बड़े कार निर्माता कंपनी मारुति सुज़ुकी साल 2023 तक देश में पांच नई यूटिलिटी वीइकल्स बाज़ार में उतारने की योजना बना रही है। सुज़ुकी मोटर कॉर्पोरेशन ने हाल ही में अपनी इलेक्ट्रिफ़िकेशन स्ट्रैटजी को भी पेश किया है, जिसके तहत वे साल 2025 तक हाइब्रिड्स और इलेक्ट्रिक वीइकल्स को लॉन्च करेंगे। बहुत जल्द ही कंपनी अपनी भविष्य की योजनाओं के बारे में ख़ुलासा करेगी।
सोर्स: मोबिलिटी आउटलुक
अनुवाद: सोनम गुप्ता