- कई तरह के वॉरंटी पैकेजेस किए जा रहे हैं पेश
- ग्राहकों के लिए फ़ायदेमंद होंगे ये पैकेजेस
मारुति सुज़ुकी ने अपने वॉरंटी प्रोग्राम में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। कंपनी की ओर से स्टैंडर्ड वॉरंटी और इक्सटेंडेड वॉरंटी प्रोग्राम में किए जाने वाले सभी बड़े बदलाव 9 जुलाई से लागू कर दिए गए हैं।
स्टैंडर्ड वॉरंटी?
आपको बता दें कि इससे पहले मारुति सुज़ुकी अपनी स्टैंडर्ड वॉरंटी के तहत दो साल या 40,000 किमी (जो भी पहले हो) की वॉरंटी देता था, जिसे अब बदलकर तीन साल या 1,00,000 किमी (जो भी पहले हो) कर दिया गया है।
ग़ौरतलब है कि कंपनी का यह नया प्लैन कंज़्यूमेबल और अन्य मकैनिकल कंपोनेन्ट्स में लागू नहीं होगा। इसके अंदर केवल इंजन, ट्रैंस्मिशन, इलेक्ट्रिकल और एसी सिस्टम को कवर किया जाएगा।
राहत की बात यह है कि कंपनी अपने ग्राहकों को वॉरंटी पीरियड के दौरान देशभर में स्थित अपने सभी ऑर्थोराइज़्ड वर्कशॉप पर जाकर फ्री रिपेयरिंग कराने की सुविधा उपलब्ध करा रही है।
इक्सटेंडेड वॉरंटी
मारुति सुजु़की ने अपने स्टैंडर्ड वॉरंटी के साथ इक्सटेंडेड वॉरंटी प्रोग्राम में भी कई महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। इसके तहत ग्राहकों के पास तीन तरह के पैकेज चुनने का विकल्प मिलता है। सबसे पहले इसमें ऐसे ग्राहक, जो वॉरंटी को चार साल या 1,20,000 किमी तक लेना चाहते हैं, उनके पास प्लैटिनम पैकेज पाने का विकल्प मौजूद है।
इसके अलावा जिन्हें पांच साल या 1,40,000 किमी तक अपनी वॉरंटी बढ़ानी है, वो रॉयल प्लैटिनम पैकेज का लाभ उठा सकते हैं। वहीं, जो ग्राहक छह साल तक वॉरंटी का लाभ लेना चाहते हैं, उनके पास सॉलिटेयर पैकेज चुनने का विकल्प है, जिसमें उन्हें छह साल या 1,60,000 किमी तक वॉरंटी का फ़ायदा मिलेगा। इन सभी वॉरंटी पैकेज का लाभ लेने के लिए ग्राहक सुज़ुकी के किसी भी सर्विस सेंटर में जा सकते हैं।
ख़ास बात यह है कि कंपनी इनके अंतर्गत अब ऐसे 11 हाई-वैल्यु-पार्ट्स को भी कवर कर रही है, जिन्हें पहले स्टैंडर्ड वॉरंटी पूरी होने के बाद कवर नहीं किया जाता था।
अनुवाद- शोभित शुक्ला