- कंपनी पांच लोडिंग टर्मिनल्स से वाहनों को 15 टर्मिनल्स तक पहुंचाती है
- वित्तीय वर्ष 2020-21 में क़पनी ने 1.8 कार्स को रेल मार्ग से किया ट्रांसपोर्ट
मारुति सुज़ुकी ने ऐलान किया है, कि क़पनी ने 7.2 लाख से अधिक वाहनों को भारतीय रेल्वे द्वारा पिछले पांच साल में ट्रांसपोर्ट किया है। वित्तीय वर्ष 2020-21 में क़पनी द्वारा 1.8 कार्स को रेल मार्ग की मदद से ट्रांसपोर्ट किया गया है। रेल्वे के ज़रिए कंपनी को CO2 इमिशन के लिए 3,200 से अधिक एमटी को पूरा करने में मदद मिली है।
इन वीकल्स को ले जाने के लिए ख़ासतौर पर 318 कार्स की क्षमता वाले दोहरे-डेक के रेक को डिज़ाइन किया गया है, जिसकी अधिकतम स्पीड 95 किमी प्रति घंटा है। अभी तक इस दोहरे-डेक के रेक्स द्वारा 1,40,000 मारुति सुज़ुकी कार्स को ट्रांसपोर्ट किया गया है। साथ ही कंपनी व सर्विस प्रोवाइडर वाहनों को डिस्पैच करने के लिए अभी 36 हाई-सपीड और ज़्यादा क्षमता वाले रेक्स का इस्तेमाल कर रही है।
मौजूदा समय में गुड़गांव, फर्रुखनगर, काठूवास, पाटिल और डेट्रोज इन पांच टर्मिनल्स से गाड़ियों को लोड करने का मुख्य केंद्र है। यहां से कंपनी के वाहनों को बैंगलोर, नागपूर, मुंबई, गुवाहाटी, मुंद्रा पोर्ट, इंदौर, कोलकाता, चेन्नई, हैदराबाद, अहमदाबाद, एनसीआर, सिलीगुड़ी, कोयम्बतूर और अगरतला इन 15 टर्मिनल्स तक पहुंचाया जाता है।
मारुति सुज़ुकी के मैनेजिंग डायरेक्टर व सीईओ ने कहा, ‘‘रेल्वे से वाहनों को ट्रांसपोर्ट करने से कंपनी को काफ़ी लाभ पहुंचा है। यह एक तरह का प्रदूषण रहित ट्रांसपोर्टेशन है। इससे हमारी गाड़ियां एक जगह से दूसरी जगह सुरक्षित और आराम से पहु़ंच जाती हैं।’’