- सूचना पहुंचाने के लिए एसएमएस का किया जाएगा प्रयोग
- स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रॉसिज़र (एसओपी) का किया जाएगा इस्तेमाल
मारुति सुज़ुकी ने पश्चिम बंगाल, ओडिशा, आंध्र प्रदेश और झारखंड के ग्राहकों के लिए क्या करें व क्या नहीं करें जैसे दिशा-निर्देश तैयार किए हैं, ताकि चल रहे अम्फ़ान चक्रवात से ग्राहक अपने वाहन को सुरक्षित रख सकें। साथ ही कंपनी 20 मई को सुरक्षा से जुड़े सभी उपायों की सूचना एसएमएस के ज़रिए भी क़रीब तीन लाख ग्राहकों तक पहुंचाएगी।
मारुति कुछ फ़ील्ड टीम्स को भी तैयार कर रही है, जिससे की ग्राहकों के कार्स तक आसानी से पहुंचा जा सके। कंपनी ने आपदा क्षेत्रों में ग्राहकों की मदद के लिए आधिकारिक तौर पर ज़िलों के नाम और मोबाइल नंबर भी जारी किए हैं। सारे आपदा क्षेत्रों के सर्विस सेंटर चक्रवात के ख़त्म होने के बाद दोबारा शुरू कर दिए जाएंगे। साथ ही मारुति सुज़ुकी सात वीइकल्स टोइंग एजेंसीज़ यानी वाहनों के ख़राब होने पर उसे रस्सी से खींचकर ले जाने और स्पेयर पार्ट्स की ज़रूरत को भी पूरा करेगी।
पश्चिम बंगाल, ओडिशा, आंध्र प्रदेश और झारखंड को मिलाकर मारुति सुज़ुकी के क़रीब 425 सर्विस सेंटर हैं, जिसमें 84 पश्चिम बंगाल में, 58 ओडिशा में, 72 आंध्र प्रदेश में और 5 झारखंड में हैं।
मारुति सुज़ुकी के सर्विस एग्ज़ेक्यूटिव डायरेक्टर पार्थो बेनर्जी ने कहा, ‘‘अम्फ़ान चक्रवात की चपेट में आए क्षेत्रों के दृश्य काफ़ी भयावह रहे हैं और उनके प्रति हमारी पूरी सहानुभूति है। हम लोगों की सलामति की प्रार्थना करते हैं। इस आपदा के समय में कंपनी द्वारा हर तरह का सहयोग ग्राहकों को दिया जाएगा। साथ ही स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रॉसिज़र (एसओपी) के ज़रिए सर्विस सेंटर्स में कोरोना वायरस को बढ़ने से रोका जा सकेगा, जिससे कर्मचारियों और ग्राहकों को सुरक्षित रखा जा सके।’’