मारुती सुज़ुकी और टोयोटा ट्युशो ग्रुप मिलकर रीसाइकलिंग यूनिट मारुती सुज़ुकी टोयत्सु इंडिया (एमएसटीआई) नामक साझा वेंचर शुरू करने जा रहे हैं। इस साझे वेंचर में दोनों ग्रुप की 50-50 प्रतिशत की साझेदारी होगी।
इसका हेडक्वॉर्टर नई दिल्ली में होगा और वाहनों के पुर्ज़े अलग करने और उन्हें रीसाइकल करने का यूनिट उत्तर प्रदेश के नोएडा में वर्ष 2020-21 तक सेट किया जाएगा। यह कंपनी एन्ड ऑफ़ लाइफ़ वीइकल (ईएलवी) यानी जिन गाड़ियों की उम्र ख़त्म हो चुकी है, उनके पुर्ज़े अलग-अलग कर उन्हें रीसाइकल करने की ज़िम्मेदारी उठाएगी। इस प्रक्रिया में ठोस और तरल दोनों तरह के कूड़े को भारतीय नियमों और वैश्विक गुणवत्ता व पर्यावरण स्टैंडर्ड के अनुसार ठिकाने लगाया जाएगा। नोएडा में एमएसटीआई का पहला यूनिट बनने के बाद मारुती सुज़ुकी और टोयोटा ट्युशो ग्रुप मिलकर देशभर में इसी तरह के यूनिट्स तैयार करेंगे। फ़िलहाल नोएडा यूनिट 2,000 गाड़ी प्रति माह डिस्मेंटल यानी विघटित कर पाएगी। एमएसटीआई डीलर्स के साथ-साथ सीधे कस्टमर्स से भी गाड़ियां लेने का विकल्प खुला रखेगी।
इस पहल का एलान करते हुए केनचि आयुकावा, मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ, मारुती सुज़ुकी इंडिया, ने कहा, “मारुती सुज़ुकी गाड़ियों के इस्तेमाल के बाद उनकी ज़िम्मेदाराना ढंग से रीसाइकलिंग करना सही मानती है। इस साझा पहल एमएसटीआई से हम रीसाइकलिंग को प्रोत्साहित करना चाहते हैं और रिसोर्स का बेहतर इस्तेमाल व संरक्षण करके पर्यावरण के अनुकूल सिस्टम और प्रक्रिया तैयार करना चाहते हैं। पुरानी गाड़ियों को वैज्ञानिक और पर्यावरण के अनुकूल तरीक़े से नष्ट करके हम प्रदूषण को कम करने में मदद कर सकते हैं। साथ ही हमारी सड़कों को सुरक्षित बना सकते हैं। एमएसटीआई में विशेषज्ञों की टीम गाड़ियों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर की टेक्नोलॉजी से डिस्मेंटल करेगी।”