- लगातार दो वर्षों तक बना भारत का टॉप वीइकल एक्सपोर्टर
- मारुति सुज़ुकी क़रीब 100 देशों में करती है एक्सपोर्ट
मारुति सुज़ुकी इंडिया ने 25 लाख यूनिट्स एक्सपोर्ट कर नया मुक़ाम हासिल किया। भारतीय कार मैन्युफ़ैक्चरर ने वित्तीय वर्ष 1986-1987 से बांग्लादेश और नेपाल के बाज़ारों में अपनी गाड़ियों को निर्यात करना शुरू किया। इसके अलावा 1987 में हंगरी को 500 कार्स की पहली बड़ी खेप एक्सपोर्ट की गई।
हाल ही में भारतीय कार मैन्युफ़ैक्चरर ने क़रीब 100 देशों को कार्स निर्यात किए, जिसमें अफ्रीका, लैटिन अमेरीका, एशिया और मिडिल ईस्ट जैसे देश शामिल हैं। मारुति की हाल ही में लॉन्च हुई ग्रैंड विटारा को भी कई देशों में एक्सपोर्ट किया गया। जिसमें से लैटिन अमेरीका को पहला लॉट एक्सपोर्ट किया गया।
मारुति सुज़ुकी के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ हिसाशी टेकुची ने कहा, “भारतीय मारुति कार मैन्युफ़ैक्चरर के लिए 25 लाख गाड़ियां एक्सपोर्ट करना एक बड़ी उपलब्धि है। यह भारत सरकार की मेक-इन-इंडिया पहल के लिए मारुति सुज़ुकी के निर्माण कौशल को प्रदर्शित करता है और एक्सपोर्ट बढ़ाने के सरकार के प्रयासों को आगे बढ़ाता है। यह मारुति सुज़ुकी की पैरेंट कंपनी, सुज़ुकी मोटर कॉर्पोरेशन के समर्थन के कारण संभव हुआ, जिन्होंने न केवल तकनीकी सहायता की, बल्कि इस कीर्तिमान तक पहुंचने में भी मदद की। मैं अपनी टीम की कड़ी मेहनत और समर्पण को स्वीकार करता हूं, जिन्होंने इस उपलब्धि को हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हम अपने वैश्विक ग्राहकों और अपने विदेशी विक्रेताओं को उनके समर्थन और भरोसे के लिए धन्यवाद देते हैं।”
अनुवाद: गुलाब चौबे