एक ही ब्रैंड की दो गाड़ियों में तुलना?
भले ही बाज़ार में बड़े ब्रैंड्स ने अपने क़दम रख दिए हों, लेकिन अब भी कई इंडियन्स की पहली पसंद मारुति की कार ही है। जहां ग्रैंड विटारा ब्रैंड की पहली हाइब्रिड कार है, वहीं ब्रेज़ा पिछले आठ सालों से इंडियन मार्केट में चर्चित है। लेकिन दिलचस्प है, कि दोनों ही एक ही प्लेटफ़ॉर्म पर बेस्ड हैं। जो कि मारुति सुज़ुकी का ग्लोबल सी-प्लेटफ़ॉर्म है। मारुति के इस प्लेटफ़ॉर्म पर बनने वाली सबसे पहली कार एस-क्रॉस थी।
वैसे आपको याद ही होगा, कि मारुति सुज़ुकी ब्रेज़ा का नाम पहले विटारा ब्रेज़ा हुआ करता था। ग्रैंड विटारा के भारतीय बाज़ार में प्रवेश के बाद इसके नाम को बदलकर ब्रेज़ा रख दिया गया है। ताकि, ग्राहक दोनों मॉडल्स् के बीच असमंजस में ना पड़ जाएं।
ग्रैंड विटारा और ब्रेज़ा के वेरीएंट्स व क़ीमत
मारुति सुज़ुकी ग्रैंड विटारा छह वेरीएंट्स सिग्मा, डेल्टा, ज़ेटा, अल्फा, ज़ेटा+और अल्फा+ में मिलती है। वहीं नईमारुति सुज़ुकीब्रेज़ा चार वेरीएंट्सLXi, VXi, ZXi और ZXi (O) में ख़रीदी जा सकती है।
मारुति ब्रेज़ा की क़ीमत 9.66 लाख रुपए से 16.62 लाख रुपए के बीच है। वहीं ग्रैंड विटारा ब्रेज़ा से कुछ महंगी रेंज पर शुरू होती है। इसके बेस वेरीएंट सिग्मा स्मार्ट हाइब्रिड को 12.75 लाख रुपए में ख़रीदा जा सकता है, वहीं इसके टॉप अल्फ़ा वेरीएंट को 23.27 लाख रुपए से 23.42 लाख रुपए के बीच ख़रीद सकते हैं।
अब क़ीमत देखकर आप सोच रहे होंगे, कि दोनों के बीच काफ़ी अंतर है, फिर ये कैसी तुलना है। लेकिन अगर आपका बजट 13 लाख रुपए से 15-16 लाख तक का है, तो आप ब्रेज़ा के मिड से टॉप वेरीएंट और विटारा के लोअर से मिड वेरीएंट के बीच के विकल्प को खुला रख सकते हैं।
मारुति की दोनों गाड़ियों के इंजन और गियरबॉक्स की जानकारी
मारुति सुज़ुकी ब्रेज़ा में 1.5-लीटर K12C पेट्रोल इंजन होगा, जो 103bhp का पावर और 138Nm का टॉर्क जनरेट करता है। इस मोटर को छह-स्पीड मैनुअल और ऑटोमैटिक यूनिट के साथ जोड़ा गया है।
नई मारुति सुज़ुकी ग्रैंड विटारा दो पावरट्रेन विकल्पों में मिलती है। जिसमें 1.5-लीटर K15C पेट्रोल इंजन के साथ माइल्ड-हाइब्रिड सिस्टम और स्ट्रॉन्ग-हाइब्रिड सिस्टम आता है। साथ ही आपको 1.5-लीटर टीएनजीए पेट्रोल मोटर यानी टोयोटा न्यू ग्लोबल आर्किटेक्चर पर बेस्ड मोटर का भी विकल्प मिलता है। 1.5-लीटर K15C पेट्रोल इंजन को पांच-स्पीड मैनुअल यूनिट और छह-स्पीड टॉर्क कन्वर्टर ऑटोमैटिक यूनिट के साथ जोड़ा गया है, जो 102bhp का पावर व 137Nm का टॉर्क जनरेट करता है। इस मॉडल के केवल मैनुअल वेरीएंट्स के साथ ही ऑल वील ड्राइव सिस्टम ऑफ़र किया जाएगा।
स्ट्रॉन्ग-हाइब्रिड वर्ज़न को इंटेलिजेंट इलेक्ट्रिक हाइब्रिड सिस्टम भी कहते हैं, जो आईसीई यूनिट के ज़रिए 91bhp का पावर व 122Nm का टॉर्क जनरेट करती है। इसे ख़ासतौर पर ई-सीवीटी यूनिट के साथ जोड़ा गया है।
ग्रैंड विटारा और ब्रेज़ा की लंबाई-चौड़ाई की तुलना
मापदंड | ग्रैंड विटारा | ब्रेज़ा |
लंबाई | 4345mm | 3995mm |
चौड़ाई | 1795mm | 1790mm |
ऊंचाई | 1645mm | 1685mm |
वीलबेस | 2600mm | 2500mm |
बूट स्पेस | 373 लीटर | 328 लीटर |
यदि आप विटारा स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड ख़रीदते हैं, तो रियर में बैटरी होने की वजह से इसके बूट स्पेस में थोड़ी कम जगह मिलती है। वैसे तो विटारा ब्रेज़ा से काफ़ी लंबी और पांच एमएम ऊंची है, लेकिन हो सकता है, कि विटारा की बैक सीट में आपको बैठने के बाद ऐसा महसूस ना हो। ग़ौरतलब है, कि ग्रैंड विटारा की तुलना में ब्रेज़ा की फ़्लोर हाइट कम है, जिससे ब्रेज़ा में विटारा के मुक़ाबले बैठना थोड़ा आसान बन जाता है।
इंटीरियर्स और फ़ीचर्स पर चर्चा
इन दोनों गाड़ियों के इंटीरियर्स और फ़ीचर्स पर एक नज़र डालते हैं। क्योंकि दोनों को जो अलग बनाती है, वह हैं इनके इंटीरियर का डिज़ाइन और कुछ फ़ीचर्स।
विटारा में कई जगह सॉफ़्ट प्लास्टिक का इस्तेमाल किया गया, जबकि ब्रेज़ा में हार्ड प्लास्टिक की बहुलता है। यानी प्रीमियम फ़ील आपको विटारा में ही मिलेगा।
दोनों ही कार्स में हेड्स-अप डिसप्ले, वायरलेस चार्जर, 360-डिग्री कैमरा, सनरूफ़ जैसे फ़ीचर्स मिलते हैं। बस, ग्रैंड विटारा में आपको पैनरॉमिक सनरूफ़ मिलता है, वहीं ब्रेज़ा में बुनियादी सनरूफ़ मिलता है।
सीट की ऊंचाई विटारा में थोड़ी कम है और चूंकि इसमें पैनरॉमिक सनरूफ़ दिया गया है, तो पीछे की ओर हेडरूम कम हो जाता है। विटारा की पिछली सीट में आपको तीन हेड रेस्ट्स मिलते हैं। जिससे कम्फ़र्ट में पिछली सीट में विटारा आपको थोड़ी बेहतर महसूस हो सकती है। ख़ासतौर पर तीन पैसेंजर्स जब बैठे हों।
विटारा में कीलेस स्टार्ट मिलता है और साथ ही आप इसकी स्टीयरिंग को टिल्ट और टेलिस्कोपिक तरीक़े से बेस वेरीएंट से ही अड्जस्ट कर सकते हैं। आपको विटारा के बेस वेरीएंट से स्टीयरिंग माउंटेड कंट्रोल्स मिल जाते हैं, वहीं ब्रेज़ा में नहीं मिलता।
ब्रेज़ा को एनकैप क्रैश टेस्ट में जांचा गया है, जिसमें इसे चार स्टार मिले हुए हैं। हालांकि, विटारा का क्रैश टेस्ट किया जाना बाक़ी है। लेकिन उम्मीद है, कि एक ही प्लेटफ़ॉर्म पर होने की वजह से इसे भी अच्छी ही रेटिंग मिलेगी।
इसके अलावा आपको ब्रेज़ा के मुक़ाबले विटारा में इर्मजंसी ब्रेक लाइट, मिडल रियर थ्री-पॉइंट सीटबेल्ट जैसे सेफ़्टी फ़ीचर्स अतिरिक्त मिलते हैं।
किसकी फ़्यूल इफ़िशंसी है बेहतर?
चलिए, आपके फ़ैसले को थोड़ा और आसान बनाते हैं, इसके फ़्यूल इफ़िशंसी के बारे में बात करके। विटारा के स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड वर्ज़न को आप एक फ़ुल टैंक में हज़ार किलोमीटर तक चला सकते
हमारी टीम ने विटारा के स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड को तो टेस्ट नहीं किया है, लेकिन हमने अर्बन क्रूज़र हायराइडर को जांचा है और इन दोनों की इफ़िशंसी तक़रीबन एक जैसी ही मिलेगी। अर्बन क्रूज़र हायराइडर का ऑटोमैटिक स्ट्रॉन्ग वर्ज़न शहर में 17.7 किमी प्रति लीटर और हाईवे पर 27.83 किमी प्रति लीटर का एवरेज दे सकती है। वहीं ब्रेज़ा 14.3 से 19.5 तक का एवरेज देगी।
ग्रैंड विटारा या ब्रेज़ा किसे चुनें?
राइड क्वॉलिटी दोनों की ही लगभग एक जैसी है। मसलन विटारा के बड़े डाइमेंशन्स उसे स्पीड में थोड़ी ज़्यादा स्थिर और आरामदेह महसूस कराते हैं। जहां विटारा के हाइब्रिड मॉडल को चुनने पर आपको अच्छी रेंज मिलेगी, वहीं आपको ब्रेज़ा में सीएनजी का ऑपशन मिलता है, जो इस मॉडल को और भी बजट फ्रैंडली बनाता है।
अब आख़िर में हमारी राय में, परिवार के लिए विटारा के लोअर और मिड वेरीएंट को चुन सकते हैं। लेकिन अगर आप कम बजट में फ़ीचर लोडेड कार चाहते हैं, तो आपको ब्रेज़ा के टॉप मॉडल को चुनना चाहिए। माइल्ड ग्रैंड विटारा में आपको ब्रेज़ा से परफ़ॉर्मेंस के मामले में कोई फ़र्क़ नहीं महसूस होगा।
लेकिन अगर स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड वर्ज़न चुनते हैं, तो आपको ब्रेज़ा और विटारा के परफ़ॉर्मेंस में अंतर समझ आएगा और विटारा ब्रेज़ा बेहतर लग सकती है।