- नया खरखौदा प्लांट 2025 में होगा शुरू
- इस समय देश में मारुति के पास हैं कुल 3 प्लांट्स
मारुति सुज़ुकी ने कैलेंडर ईयर 2024 में 20 लाख गाड़ियों का प्रोडक्शन करके एक नया रिकॉर्ड बना दिया है। ख़ास बात यह है कि मारुति ऐसा करने वाली भारत की पहली पैसेंजर वीइकल कंपनी बन गई है। यही नहीं, यह कारनामा करने वाली सुज़ुकी मोटर कॉर्पोरेशन की ग्लोबल फ़ैक्ट्रियों में भी मारुति पहली फ़ैक्ट्री बन गई है।
इस मौके पर मानेसर (हरियाणा) प्लांट से, जो सेलिब्रेशन यूनिट निकली वह मारुति अर्टिगा थी। 2024 में बनी 20 लाख गाड़ियों में से 60% हरियाणा के प्लांट्स में और 40% गुजरात के प्लांट में तैयार की गईं। इस दौरान बलेनो, फ्रॉन्क्स, अर्टिगा, वैगन आर और ब्रेज़ा सबसे ज़्यादा प्रोडक्शन वाली टॉप 5 गाड़ियां रहीं।
मारुति के पास भारत में तीन बड़े मैन्युफैक्चरिंग प्लांट हैं, जिसमें गुड़गांव (हरियाणा), मानेसर (हरियाणा) और हंसलपुर (गुजरात) हैं। इन तीनों प्लांट्स की कुल सालाना प्रोडक्शन कैपेसिटी 23.5 लाख यूनिट्स है। लेकिन मारुति यहां नहीं रुकने वाली है। कंपनी ने अपनी प्रोडक्शन कैपेसिटी को 40 लाख यूनिट्स प्रति वर्ष तक ले जाने का प्लान बनाया है।
मारुति की नई फ़ैक्ट्री खरखौदा (हरियाणा) में बनाई जा रही है, जो इसकी प्रोडक्शन कैपेसिटी को और बढ़ाएगी। इस प्रोजेक्ट पर तेजी से काम चल रहा है और कंपनी के अनुसार, 2025 में प्लांट का पहला फ़ेज शुरू हो जाएगा। पहले फ़ेज में इस प्लांट की सालाना उत्पादन क्षमता 2.5 लाख यूनिट्स होगी। जब यह प्लांट पूरी तरह ऑपरेशनल हो जाएगा, तब यहां से 1 मिलियन (10 लाख) यूनिट्स हर साल तैयार की जा सकेंगी।
खरखौदा प्लांट के अलावा, मारुति ने एक और नए मैन्युफ़ैक्चरिंग प्लांट की योजना बनाई है, जिसकी सालाना प्रोडक्शन कैपेसिटी भी 10 लाख यूनिट्स होगी। इस प्लांट के लिए लोकेशन की तलाश जारी है।
अनुवाद: गुलाब चौबे