इस साल जून महीने में महिंद्रा ने नई-जनरेशन स्कॉर्पियो-एन को देश में लॉन्च किया था। इस बार कंपनी ने पुरानी स्कॉर्पियो के फ़ीचर्स व डिज़ाइन में बदलाव करते हुए इसे स्कॉर्पियो क्लासिक के नाम से पेश किया है। यह S व S11 दो वेरीएंट्स के अंतर्गत रेड रेज, नापोली ब्लैक, डीसैट सिल्वर, पर्ल वाइट और गैलेक्सी ग्रे के पांच रंग विकल्पों में उपलब्ध है।
क्या है ख़ास?
नई महिंद्रा स्कॉर्पियो क्लासिक के बाहर लंबवत क्रोम शेड स्लैट्स व सेंटर में ट्विन पीक्स ब्रैंड लोगो के साथ नए डिज़ाइन का ग्रिल और आगे के डोर पर स्कॉर्पियो बैजिंग के साथ दोहरे रंग के साइड क्लैडिंग मौजूद हैं। इसके अंदर बेज व ब्लैक दोहरे रंग का थीम, कंसोल व प्रीमियम अपहोल्स्ट्री पर वुड पैटर्न के फ़ीचर्स दिए गए हैं। बता दें, कि स्कॉर्पियो नौ-सीट के विकल्प के लिए जानी जाती है, जो अब ‘S’ वेरीएंट में विकल्प के तौर पर उपलब्ध है।
क्या रह गई कमी?
मौजूदा महिंद्रा स्कॉर्पियो क्लासिक में ऑटोमैटिक ट्रैंस्मिशन का विकल्प उपलब्ध नहीं है। इसके अलावा इसमें ऑल-वील-ड्राइव का विकल्प भी नहीं दिया गया है।
कौन सा वेरीएंट ख़रीदना रहेगा ठीक?
क्लासिक में सिर्फ़ दो वेरींएट्स ऑफ़र किए जा रहे हैं। सात-सीट का विकल्प ढूंड रहे ग्राहक स्कॉर्पियो क्लासिक S11 को चुन सकते हैं। इसमें नौ-इंच का टचस्क्रीन इंफ़ोटेन्मेंट सिस्टम, डायमंड-कट अलॉय वील्स और आगे की सीट्स पर आर्मरेस्ट्स जैसे फ़ीचर्स मौजूद हैं। बता दें, कि नौ-सीट का विकल्प सिर्फ़ S वेरीएंट तक सीमित है। नौ-सीट के विकल्प की तलाश कर रहे ग्राहक स्कॉर्पियो क्लासिक S को ख़रीद सकते हैं।
इंजन
डीज़ल
2.2-लीटर जनरेशन-2 एमहॉक इंजन – 130bhp का पावर 300Nm का टॉर्क
छह-स्पीड मैनुअल ट्रैंस्मिशन
क्या आप जानते हैं?
महिंद्रा का दावा है, कि एमटीवी-सीएल टेक्नोलॉजी के साथ सस्पेंशन सेट-अप और बेहतर हुआ है। इसके अलावा कंपनी का मानना है, कि स्टीयरिंग सिस्टम को अपडेट करने से इसकी गतिशीलता और कंट्रोल में आसानी हुई है।
अनुवाद- धीरज गिरी