महिंद्रा ने महाराष्ट्र के नागपुर में हुए एग्रोविज़न नाम के एक कार्यक्रम में अपने सबसे लोकप्रिय युवो ट्रैक्टर प्लेटफ़ॉर्म पर देश का पहला सीएनजी मोनो-फ़्यूल ट्रैक्टर पेश किया है। इस चार-दिवसीय समिट की शुरुआत भारत के केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्री श्री नितिन गडकरी जी की उपस्थिति में हुई।
महिंद्रा का यह सीएनजी वर्ज़न वीइकल किसानों के लिए काफ़ी किफ़ायती होने वाला है। इसे महिंद्रा के रिसर्च वैली चेन्नई में तैयार किया गया है, जहां इसका टेस्ट भी किया गया है और यह डीज़ल ट्रैक्टर्स की तरह ही पावरफ़ुल होगा। ब्रैंड अब तक डीज़ल से चलने वाले ट्रैक्टर्स को बेचती आई है, जिसमें अब इस वर्ज़न को पेश कर के खेती के लिए एक और विकल्प देकर नया बेंचमार्क स्थापित किया है।
बता दें, कि यह वीइकल ईको-फ्रेंडली होगा, जो डीज़ल वर्ज़न की तुलना में इमिशन को लगभग 70 प्रतिशत कम कर देगा। साथ ही डीज़ल इंजन की तुलना में कम आवाज़ करेगा। इससे किसानों को काम करने में और आसानी होने वाली है, जिसे खेती और अन्य कामों के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
महिंद्रा के इस सीएनजी ट्रैक्टर में 45 लीटर पानी की क्षमता वाले चार टैंक हैं, या इसमें 200-बार प्रेशर पर 24 किलोग्राम गैस भरा जा सकता है। डीज़ल ट्रैक्टर्स की तुलना में इससे लगभग 100 रुपए प्रति घंटे की बचत की जा सकती है।
बता दें, कि इस ट्रैक्टर को लॉन्च करते समय नितिन गडकरी ने कहा, कि “एक किसान को हर साल लगभग 3 5 लाख रुपए खर्च करने पड़ते हैं। सीएनजी ट्रैक्टर की मदद से किसान 55 प्रतिशत तक बचत कर सकते हैं। सीएनजी ट्रैक्टर किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बेहतरीन क़दम है।”