किया मोटर्स इंडिया अपनी एसयूवी मॉडल किया सेल्टोज़ को अपने ग्राहकों तक जल्द से जल्द पहुंचाने के लिए दोगुनी मेहनत कर रही है। ग़ौरतलब है कि सेल्टोज़ की बुकिंग 62,000 का आंकड़ा पार कर चुकी है। मनोहर भट, वाइस प्रेसिडेंट और हेड ऑफ़ सेल्स व मार्केटिंग, किया मोटर्स इंडिया के अनुसार, इस एसयूवी मॉडल की इतनी मांग ने कंपनी को सुखद अचरज से भर दिया। इस बड़े वेटिंग पीरियड को वक़्त पर पूरा करने और कम करने के लिए अब किया के प्लांट्स पर दो शिफ़्ट्स में काम किया जाएगा और प्रति माह 13,000 यूनिट्स प्रोड्यूस किए जाएंगे।
बता दें, कि अनंतपुर प्लांट पर तीन शिफ़्ट में काम करके 3,00,000 कार्स साल भर में बनाए जा सकते हैं। भट के मुताबिक़, दो शिफ़्ट्स में काम करके हम कुछ वेरीएंट्स के वेटिंग पीरियड को एक महीने तक कम कर सकते हैं। और हमारी योजना इस अवधि को और भी कम करने की है। भट तो यह चाहते हैं, कि कस्टमर्स द्वारा पैसों के भुगतान के तुरंत बाद उनके हाथों में उनके मनपसंद रंग वाले वेरीएंट की कार की चाबी थमा दी जाए। किया मोटर इंडिया ने अपने प्लांट से 30,000 यूनिट्स रवाना भी कर दिए हैं।
लेकिन, ज़ाहिर सी बात है कि चीज़ें उतनी भी आसान नहीं होंगी। बढ़ी हुई मांग और लंबे वेटिंग पीरियड की खाई को पाटने की दिशा में प्रोडक्शन बढ़ाना केवल पहला क़दम है। वेंडर्स की भी अपनी एक क्षमता है और इस लिहाज़ से सवाल यह भी उठता है, कि क्या वे भी उतनी ही तेज़ी से मॉडल के वेरीएंट्स को कस्टमर्स तक पहुंचा पाएंगे? सेल्टोज़ के मामले में उनका सर्वश्रेष्ठ मॉडल GTX+ वर्ज़न है, जिसका वेटिंग पीरियड फ़िलहाल तीन महीने है। लेकिन जैसा कि मनोहर ने CarWale को बताया, कंपनी इस इंतज़ार की अवधि को भी कम करने की हर भरसक कोशिश में जुटी हुई है।