इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (IOCL) ने लद्दाख के हाई ऐल्टिट्यूड रीज़न के लिए स्पेशल विंटर-ग्रेड डीज़ल लॉन्च किया है। हाई-ऐल्टिट्यूड क्षेत्रों, जैसे- लद्दाख, कारगिल, काज़ा और कीलॉन्ग फ़ेस में मोटरसाइकल वालों को गाड़ी में मौजूद डीज़ल के फ्रीज़ होने की समस्या झेलनी पड़ती है। ख़ासतौर पर जब पारा -30 डिग्री के क़रीब तक लुढ़क जाता है। लो पोर पॉइंट यानी -33 डिग्री तक के तापमान में भी अपनी तरलता बनाए रखने वाला विंटर-ग्रेड डीज़ल कड़ाके की सर्दी में भी अपनी प्रवाहता खोता नहीं।
इंडियन ऑयल का विंटर-ग्रेड डीज़ल BIS विशेषताओं पर खरा उतरता है और साथ ही कंपनी के पानीपत रिफ़ाइनरी द्वारा सर्टिफ़ाइड है और वहीं प्रोड्यूस किया जाता है। ब्रैंड ने पानीपत रिफ़ाइनरी से विंटर-ग्रेड डीज़ल को पम्प करके जालंधर तक पहुंचाने की सुविधा की है और वहां से बाय रोड लेह डेपो तक पहुंचाया जाता है। इससे लेह-लद्दाख के पेट्रोल पम्प्स पर यह ख़ास डीज़ल नियमित रूप से पहुंच जाता है। विंटर-ग्रेड डीज़ल की दिसंबर से मार्च तक के बीच कुल 4 लाख लीटर तक की बिक्री का अनुमान लगाया जा रहा है।
इस मौक़े पर पेट्रोलियम और नैचुरल गैस व स्टील मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा,“आज लद्दाख के लोगों के लिए बहुत ख़ास दिन है, क्योंकि अब से ख़ास विंटर-ग्रेड डीज़ल का सप्लाई निरंतर रूप से ज़ारी रहेगा। इससे वहां के स्थानीय लोगों द्वारा कड़ाके की सर्दियों में ट्रांस्पोर्टेशन और आने-जाने के लिए काफ़ी संघर्ष करना पड़ता था, वह ज़रूर ही आसान हो जाएगा। यह स्थानीय इकोनॉमी को बेहतर बनाएगा और टूरिज़्म को भी बढ़ाएगा।”