-रेनो ज़ोइ ईवी रेनो-निसान-मित्सुबिशी के गठबंधन की बीस्पोक ईवी के प्लेटफ़ॉर्म पर है आधारित
-395 किमी है इसकी डब्ल्यूएलटीपी रेंज
फ्रेंच कार निर्माता की रेनो ज़ोइ ईवी भारत में टेस्ट के दौरान देखी गई है। रेनो ज़ोइ इससे पहले ऑटो एक्स्पो 2020 में देखी गई थी, जिससे भारत में इसके जल्द लॉन्च होने के संकेत मिल रहे थे।
वेब पर जारी तस्वीरों को देखने से पता चलता है, कि यह ज़ोइ ईवी का प्री-फ़ेसलिफ़्ट वर्ज़न है, वहीं हाल ही में यूरोपियन मार्केट में ज़ोइ ईवी की फ़ेसलिफ़्ट वर्ज़न उपल्ब्ध हुई थी। यह यूरोप में बिकने वाली छोटी और सबसे सस्ती ईवी है। ज़ोइ ईवी के आगे कोनेदार रेनो का बैज लगा हुआ है, जिसे चार्ज़िंग सॉकेट कवर पर भी लगाया गया है, साथ ही एलईडी हेडलैम्प्स, एलईडी डीआरएल्स और क्रोम शेड के बॉर्डर के साथ एयर इंटेक के अलावा इसके साइड में ओवीआरवीएम्स, ब्लैक हाइलाइट के बी-पिलर्स, क्वॉर्टर ग्लास 15-इंच के अलॉय वील्स के साथ-साथ पीछे ज़ोइ का बैज और रिफ़्लेक्टर जैसे फ़ीचर्स देखने को मिलेंगे।
इसके अंदर ग्रे और ब्लैक इंटीरियर थीम, बड़ा स्टीयरिंग वील, डिजिटल ड्राइवर डिस्प्ले, टचस्क्रीन इंफ़ोटेन्मेंट सिस्टम, एयरकॉन वेन्ट्स और एयरकॉन कंट्रोल नॉब्स के फ़ीचर्स मौजूद होंगे।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रेनो ज़ोइ में 52kWh का बैटरी पैक है, जो 107bhp पावर जनरेट करता है, यह एक बार चार्ज करने पर 383 किमी तक की दूरी तय कर सकती है। दूसरा इलेक्ट्रिक इंजन है, जो 133bhp पावर प्रोड्यूस करता है, जो एक बार चार्ज करने पर 394 किमी तक की दूरी तय कर सकती है। यह एसी और डीसी दोनों के द्वारा चार्ज की जा सकती है। डीसी में इसे चार्ज होने में क़रीब एक घंटे का समय लगता है, वहीं एसी द्वारा इसे वॉलनट आउटपुट के आधार पर दो घंटे से लेकर 14 घंटे तक का समय लगता है।
हाल ही में रेनो की सब-ब्रैंड डैसिया ने स्प्रिंग इलेक्ट्रिक को यूरोपियन मार्केट में लॉन्च किया है, जो ऑटो एक्स्पो 2020 में ‘K-ZE’ के नाम से नज़र आई थी। अभी कहना मुश्किल है, कि फ्रैंच की कौन सी कार भारतीय मार्केट में उतरेगी। ऐसी संभावना है, कि यह CMF-A प्लेटफॉर्म की K-ZE गाड़ी होगी। भारत में क्विड और ट्राइबर इसी प्लेटफ़ॉर्म पर आधारित हैं।