ऑटो सेक्टर सेमीकंडक्टर की कमी से जूझ रहा है। सितंबर 2020 में 2,92,858 यूनिट्स की बिक्री हुई थी, वहीं इस साल सितंबर में यह आंकड़ा खिसक कर 1,85,636 यनिट्स हो गया है। इससे ऑटो इंडस्ट्री के सेल्स में 36.6 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। ऑटो इंडस्ट्री के महीने-दर-महीने की बिक्री में भी 28.5 प्रतिशत की कमी आई है। अगस्त 2021 में ऑटो इंडस्ट्री ने 2,59,555 यूनिट्स की बिक्री की थी।
सेल्स में गिरावट के बावजूद, मारुति सुज़ुकी, हृयूंडे और टाटा मोटर्स टॉप तीन में आने में कामयाब रही। सितंबर महीन में ब्रैंड्स और उनके मॉडल्स के सेल्स परफ़ॉर्मेंस का पूरा विश्लेषण इस प्रकार है-
मारुति सुज़ुकी
मारुति सुज़ुकी ने सितंबर 2020 में जहां 1,47,912 यूनिट्स की बिक्री की थी, वहीं इस साल सितंबर महीने में सिर्फ़ 63,111 यूनिट्स की ही बिक्री कर पाई, जिससे सेल्स में 57.3 प्रतिशत की कमी आई है। सेमीकंडक्टर की कमी के चलते कंपनी के सेल्स में काफ़ी असर पड़ा है।
हृयूंडे
हृयूंडे देश में कुल बिक्री के अंतर्गत दूसरे स्थान पर रही है। कंपनी ने सितंबर 2020 में 50,313 यूनिट्स की बिक्री हुई थी, वहीं सितंबर 2021 में कंपनी ने 33,087 यूनिट्स की बिक्री की है। इससे सेल्स 34 प्रतिशत घटा है।
टाटा मोटर्स
सितंबर महीने में टाटा मोटर्स, टॉप की पांच कार निर्माताओं में ऐसी इक़लौती कंपनी रही जिसके सेल्स में बढ़ोतरी देखने को मिली। कंपनी की सितंबर 2021 में 25,729 यूनिट्स की बिक्री हुई, जिससे सेल्स में 21.4 का लाभ हुआ है। इससे पहले सितंबर 2020 में यह आंकड़ा 21,200 यूनिट्स का था। कंपनी ने महीने-दर-महीने की बिक्री में 8.2 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की है।
किया इंडिया
किया इंडिया ने लगातार दूसरे महीने महिंद्रा को पीछे कर दिया है। कंपनी ने सितंबर 2020 में जहां 14,441 यूनिट्स की बिक्री की थी, वहीं इस साल सितंबर में यह आंकड़ा घटकर 14,441 यूनिट्स पहुंच गया है। पिछले महीने सेल्टोस ने कंपनी के सेल्स में मुख्य भूमिका निभाई थी।
महिंद्रा
महिंदा कुल बिक्री के ममाले में पांचवे स्थान पर रही। कंपनी ने पिछले साल सितंबर में 14,663 यूनिट्स की बिक्री की थी, वहीं इस साल सितंबर में 12,863 यूनिट्स की बिक्री हुई है। इससे कंपनी के सेल्स में 12 प्रतिशत की गिरावट आई है।
टोयोटा ने पिछले महीने सेल्स में 21.4 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। सितंबर 2020 में कंपनी ने जहां 8,116 यूनिट्स की बिक्री की थी, वहीं सितंबर 2021 में 9,284 यूनिट्स की बिक्री है।
रेनो ने पिछले महीने सेल्स में 16.8 प्रतिशत की गिरावट दर्ज करने के बावजूद हौंडा को पीछे कर दिया है। रेनो ने सितंबर 2020 में 8,805 यूनिट्स की बिक्री की थी, जो इस साल सितंबर में घटकर 7,326 यूनिट्स हो गई है।
हौंडा
हौंडा पिछले महीने फिसल कर निचले स्थान पर पहुंच गई है। कंपनी ने सेल्स में 33.7 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की है। सितंबर 2021 में कंपनी 6,765 यूनिट्स ही बेच पाई, वहीं सितंबर 2020 में कंपनी 10,199 यूनिट्स बेचने में सफल रही थी।
एमजी मोटर
एमजी के सेल्स में पिछले महीने 27.7 प्रतिशत का उछाल आया है। सितंबर 2020 में कंपनी ने जहां 2,537 यूनिट्स की बिक्री की थी, वहीं इस साल सितंबर में कंपनी ने 3,241 यूनिट्स की बिक्री की है। कुल बिक्री के अंतर्गत 2,722 यूनिट्स सिर्फ़ हेक्टर के रहे। सितंबर 2020 में हुई 2,410 यूनिट्स के मुक़ाबले हेक्टर के सेल्स में 13 प्रतिशत का इज़ाफ़ा हुआ है।
स्कोडा
स्कोडा को पिछले महीने सेल्स में 130.7 प्रतिशत का ज़बरदस्त इज़ाफ़ा हुआ है। कंपनी ने सितंबर 2020 में जहां 1,312 यूनिट्स बेचे थे, वहीं इस साल सितंबर में स्कोडा ने 3,027 यूनिट्स बेचे हैं। कुल बिक्री के अंतर्गत 2,158 यूनिट्स अकेले कुशाक के रहे।
देश में निसान कुल बिक्री के अंतर्गत 11वें स्थान पर रही। कंपनी ने पिछले साल सितंबर में जहां 780 यूनिट्स की बिक्री की थी, वहीं सितंबर 2021 में यह आंकड़ा 2,816 यूनिट्स तक पहुंच गया। इससे क़रीब सेल्स में दोगुनी बढ़ोतरी हुई है। निसान मैग्नाइट 2,330 यनिट्स के साथ कंपनी के लिए सबसे अधिक बिकने वाली गाड़ी रही।
फ़ोक्सवेगन
फ़ोक्सवेगन की भी सेल्स में 26.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। कंपनी ने पिछले साल सितंबर में 2,026 यूनिट्स का सेल्स किया था, वहीं इस साल सितंबर में कंपनी ने 2,563 यूनिट्स की बिक्री की है। कुल बिक्री में से हाल ही पेश हुई टायगुन एसयूवी ने 1,416 यूनिट् के साथ बाज़ी मारी है।
एफ़सीए
एफ़सीए ने पिछले साल सितंबर में 554 यूनिट्स की बिक्री की तुलना में इस साल सितंबर में जीप कम्पस की 1,311 यूनिट्स की बिक्री की है, जिससे कंपनी के सेल्स में 136.6 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। हाल ही में पेश हुई रैंगलर भी आने वाले समय में कंपनी के लिए मुख्य भूमिका निभा सकती है।
सितरॉन ने भारत में C5 एयरक्रॉस के ज़रिए क़दम रखा था। सितंबर 2021 में कंपनी C5 एयरक्रॉस के 72 यूनिट्स बेचने में कामयाब रही।
निष्कर्ष
सेमीकंडक्टर्स की कमी आने वाले महीनों में भी जारी रहेगी। आने वाले फ़ेस्टिव सीज़न को देखते हुए उम्मीद है, कि अक्टूबर महीने के सेल्स में कुछ सकारात्मकता देखने को मिले। यह देखना दिलचस्प होगा, कि हैचबैक सेग्मेंट दोबारा कुल बिक्री के अंतर्गत ऊपर पहुंचता है या नहीं।
अनुवाद- धीरज गिरी