साल के सबसे छोटे महीने, फ़रवरी में पिछले साल 3,08,593 यूनिट्स के मुक़ाबले फ़रवरी 2022 में 3,02,756 यूनिट्स की बिक्री हुई है, जिससे सेल्स में 1.9 प्रतिशत की गिरावट आई है। वहीं, महीने-दर-महीने की बिक्री में 2.7 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। कार बाज़ार में 3,02,756 यूनिट्स की बिक्री हुई है, तो वहीं जनवरी 2022 में 2,94,768 यूनिट्स की बिक्री हुई थी। साथ ही, कोरोना के आंकड़ों में गिरावट और सरकारी नियमों में राहत मिलने के बाद, पिछले महीने देश में कई नई कार्स लॉन्च हुई हैं। इससे संभावित ग्राहकों की दिलचस्पी और ज़्यादा बढ़ी है।
मारुति सुज़ुकी देश की सबसे बड़ी कार निर्माता है, तो वहीं हृयूंडे और टाटा मोटर्स दूसरे व तीसरे स्थान पर हैं। टाटा मोटर्स और महिंद्रा की कुल बिक्री में ज़बरदस्त उछाल आया है।
फ़रवरी 2022 में ब्रैंड्स और उनके मॉडल्स के सेल्स आंकड़े नीचे दिए गए है।
मारुति सुज़ुकी
मारुति सुज़ुकी ने पिछले साल फ़रवरी महीने में 1,44,761 यूनिट्स की तुलना में फ़रवरी 2022 में 1,33,948 यूनिट्स की बिक्री की है, जिससे सेल्स में 7.5 प्रतिशत की गिरावट आई है। मारुति सुज़ुकी पर सेमीकंडक्टर्स की कमी का भारी असर पड़ा है।
हृयूंडे
हृयूंडे सेल्स में 14.6 प्रतिशत की गिरावट के बावजूद इस सूची में दूसरे स्थान पर है और फ़रवरी 2021 में 51,600 यूनिट्स की बिक्री के मुक़ाबले फ़रवरी 2022 में 44,050 यूनिट्स की बिक्री की है। मारुति सुज़ुकी की तरह ही हृयूंडे पर भी सेमीकंडक्टर्स की कमी का असर पड़ा है।
टाटा मोटर्स
टाटा मोटर्स का सेल्स में 46.9 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है, जिसके तहत कंपनी ने फ़रवरी 2021 में 27,224 यूनिट्स की तुलना में पिछले महीने 39,980 यूनिट्स की बिक्री की है। पिछले कुछ महीनों से टाटा मोटर्स आईसीई और इलेक्ट्रिक वर्ज़न्स में अपने प्रॉडक्ट लाइन-अप से भारतीय बाज़ार में काफ़ी मज़बूत बन रही है।
महिंद्रा
महिंद्रा सेल्स की सूची में चौथे स्थान पर है। कंपनी ने फ़रवरी 2021 में 15,380 यूनिट्स बेचे थे, तो वहीं पिछले महीने 27,563 यूनिट्स बेचे हैं, जिससे सेल्स में 79.2 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
किया इंडिया
किया इंडिया देश में पांचवी सबसे अधिक बिक्री करने वाली कंपनी रही है और फ़रवरी 2021 में 16,702 यूनिट्स के मुक़ाबले इस साल फ़रवरी महीने में 18,121 यूनिट्स बेचे हैं। इससे 8.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
टोयोटा सेल्स में 37.8 प्रतिशत गिरावट के बावजूद इस सूची में छठे स्थान पर है। कंपनी ने पिछले महीने 8,745 यूनिट्स की बिक्री की है, तो वहीं फ़रवरी 2021 में 14,069 यूनिट्स की बिक्री की थी। दिलचस्प बात यह है, कि टोयोटा ने हौंडा और रेनो को पछाड़ कर जनवरी महीने में आठवें स्थान से ऊपर आकर पिछले महीने छठे स्थान पर अपनी जगह बना ली है।
हौंडा
हौंडा सेल्स में 23 प्रतिशत गिरावट के चलते सातवें स्थान पर पहुंच गई है। कंपनी ने फ़रवरी 2021 में 9,324 यूनिट्स बेचे, तो वहीं पिछले महीने 7,187 यूनिट्स की बिक्री की है।
रेनो
रेनो ने फ़रवरी 2021 में 11,043 यूनिट्स की तुलना में फ़रवरी 2022 में 6,568 यूनिट्स बेचे हैं, जिससे सेल्स में 40.5 प्रतिशत की गिरावट आई है।
एमजी मोटर
एमजी मोटर इंडिया फ़रवरी 2021 में 4,329 यूनिट्स के मुक़ाबले फ़रवरी 2022 में 4,528 यूनिट्स की बिक्री कर इस सूची में नौवें स्थान पर है। बता दें, कि एमजी मोटर की बिक्री में 4.6 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
स्कोडा इंडिया सिर्फ़ 25 यूनिट्स की वजह से नौवें स्थान से चूक गई है। कंपनी ने पिछले महीने भारत में 4,503 यूनिट्स की बिक्री की है, तो वहीं फ़रवरी 2021 में 853 यूनिट्स की बिक्री की थी, जिससे सेल्स में 428 प्रतिशत का ज़बरदस्त इज़ाफ़ा हुआ है।
फ़ोक्सवेगन
जर्मन कार निर्माता फ़ोक्सवेगन की सेल्स 84.3 प्रतिशत तक बढ़ी है। बता दें, कि कंपनी ने फ़रवरी 2021 में 2,186 यूनिट्स की तुलना में फ़रवरी 2022 में 4,028 यूनिट्स बेचे हैं।
निसान ने पिछले महीने देश में 2,456 यूनिट्स की बिक्री की है, वहीं फ़रवरी 2021 में 4,244 यूनिट्स की बिक्री की थी। इससे सेल्स में 42.1 प्रतिशत की गिरावट आई है। कुल सेल्स में से मैग्नाइट के 2,059 यूनिट्स की बिक्री हुई है।
जीप कम्पस भारत में जीप की सबसे अधिक बिकने वाली कार है। कम्पस ने जनवरी 2022 में 1,020 यूनिट्स की बिक्री की है, वहीं जनवरी 2021 में 1,103 यूनिट्स बिके थे, जिससे सेल्स में 7.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
सितरॉन
सितरॉन मौजूदा समय में भारत में सिर्फ़ C5 एयरक्रॉस की बिक्री कर रहा है। पिछले महीने कंपनी ने सिरॉन C5 एयरक्रॉस के 59 यूनिट्स बेचे हैं। उम्मीद है, कि कंपनी साल के अंत तक देश में अपने दूसरे प्रॉडक्ट C3 को पेश करेगी।
निष्कर्ष
देश में लॉन्च हुई कई नई गाड़ियों के साथ उम्मीद है, कि इस महीने ऑटो बाज़ार और ज़्यादा मज़बूत होगा। साथ ही, साल के अंत में मिलने वाले डिस्काउंट्स से देश में कार की बिक्री के बढ़ने की उम्मीद है।
अनुवाद: विनय वाधवानी