हृयूंडे वेन्यू ने इंडियन कार ऑफ़ द ईयर 2020 यानी ICOTY 2020 का ख़िताब हासिल कर लिया है। ICOTY को भारतीय कार अवॉर्ड्स का ऑस्कर माना जाता है। इसके अलावा ICOTY को अपने नाम करने के लिए गाड़ी में उसकी क्षमता के अलावा भी उसमें कुछ और ख़ास चीज़ें भी होनी चाहिए। मॉडल को भारतीय बाज़ार के लिए कई पहलुओं पर खरा उतरना चाहिए यानी कम्फ़र्ट, परफ़ॉर्मेंस, फ़्यूल इफ़िशन्सी बेहतरीन हो। गाड़ी बिल्कुल फ़िट होनी व नए आयाम सेट करती हुई होनी चाहिए।
ICOTY की निर्णायक पैनल में मैगज़ीन्स, न्यूज़पेपर्स और प्रतिष्ठित ऑनलाइन पोर्टल्स के कई वरिष्ठ ऑटोमोटिव पत्रकार शामिल होते हैं, जो चुनी गई गाड़ियों को उपर्युक्त दिए पहलुओं पर जांच और परख कर अपना वोट देते हैं। इस साल की चुनी गई सूची में हौंडा सिविक, हृयूंडे ग्रैंड i10 नियॉस, वेन्यू, किया सेल्टोज़, मारुति सुज़ुकी S-प्रेसो, वैगनआर, एमजी हेक्टर, निसान किक्स, रेनो ट्राइबर और टाटा हैरियर शामिल थीं। निर्णायक मंडल अपना वोट गाड़ियों को ख़ुद परखकर देते हैं, इसलिए मॉडल्स का उनके सामने होना बेहद ज़रूरी होता है। इस साल जांचने की यह प्रक्रिया बुद्धा इंटरनैशनल सर्किट में हुई।
इस साल की ICOTY की निर्णायक मंडल में ऑटो टुडे के राहुल घोष व योगेन्द्र प्रताप, ऑटोएक्स के ध्रुव भेल व ईशान राघव, हिंदू के मुरलीधर एस, कार इंडिया के एस्पी भथेना व सरमद कादिरी, ईवो से शिरीष चंद्रन व अनिरुद्ध रंगेकर, मोटरिंग वर्ल्ड के कार्तिक वारे व पाब्लो चैटर्जी, ओवरड्राइव से बर्टेन्ड डिसूज़ा व रोहित पराडकर, जीक्यू से गिरीश करकेरा, पाइअनर से कुशन मित्रा और CarWale से विक्रांत सिंह शामिल थे।
इसके साथ ही इस साल ICOTY ने अपने अवॉर्ड के पुष्टिकरण पार्टनर के रूप में ग्रैंट थॉर्न्टन से हाथ मिलाया। एजंसी के लोगों ने निर्णायक मंडल से स्कोर शीट्स को तुरंत लेकर उसकी गणना की और विजेताओं के नाम सीधे अवॉर्ड सेरेमनी की रात को जारी किया। और इस सारी प्रक्रिया के दौरान एजंसी ने डॉक्यूमेंट्स की गोपनीयता बरक़रार रखी।
यह अवॉर्ड ICOTY कमिटी की तरफ़ से डॉ रघुपति सिंघानिया, चेयरमैन ऐंड मैनेजिंग डायरेक्टर, जेके टायर ऐंड इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड ने पेश किया।