- अप्रैल 2020 से नवंबर 2020 तक हुए निर्यात में हृयूंडे रही सबसे आगे
- इस सूची में मारुति सुज़ुकी को दूसरा व फ़ोर्ड को मिला तीसरा स्थान
हृयूंडे ने भारत में सवारी गाड़ियों के निर्यात के मामले में अपने स्थान को बरक़रार रखा है। दिलचस्प बात यह है, कि अप्रैल 2019 से लेकर नवंबर 2019 तक जहां कंपनी ने 1,32,800 यूनिट्स का निर्यात किया था, वहीं अप्रैल 2020 से नवंबर 2020 तक कंपनी सिर्फ़ 54,641 यूनिट्स का ही निर्यात कर पाई है। इससे निर्यात में 58.8 प्रतिशत की कमीं होने के बावजूद हृयूंडे अपने स्थान को क़ायम रखने में कामयाब रही है। अधिक निर्यात होने वाली गाड़ियों के अंतर्गत मुख्य रूप से हृयूंडे वर्ना, क्रेटा और ग्रैंड i10 गाड़ियां रही हैं।
भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता मारुति सुज़ुकी को निर्यात की सूची में दूसरा स्थान प्राप्त हुआ है। मारुति सुज़ुकी ने अप्रैल 2019 से लेकर नवंबर 2019 तक जहां 68,415 यूनिट्स का निर्यात किया था, वहीं अप्रैल 2020 से नवंबर 2020 तक कंपनी 49,968 यूनिट्स का निर्यात कर पाई, इससे कंपनी के निर्यात में 27 प्रतिशत की कमीं आई है। मारुति सुज़ुकी द्वारा निर्यात होने वाली मुख्य गाड़ियां एस-प्रेसो और बलेनो रही हैं।
दूसरी कार निर्माताओं की तरह ही फ़ोर्ड के निर्यात में भी 64 प्रतिशत की कमीं आई है। अप्रैल 2020 से नवंबर 2020 तक कंपनी ने 32,783 यूनिट्स का निर्यात किया, वहीं अप्रैल 2019 से लेकर नवंबर 2019 तक यह आंकड़ा 90,939 था। इसके बाद भी फ़ोर्ड इस सूची में तीसरा स्थान हासिल करने में कामयाब रही है। फ़ोर्ड द्वारा ईकोस्पोर्ट को अधिक मात्रा में निर्यात किया गया है। कंपनी ने अप्रैल 2020 से नवंबर 2020 तक भारत में बनी ईकोस्पोर्ट की 28,047 यूनिट्स का निर्यात किया है।