हम यहां आपको टाटा अल्ट्रोज़ और हौंडा जैज़ के टचस्क्रीन की तुलना कर बताएंगे, कि दोनों में से कौन है बेहतर। टाटा की अल्ट्रोज़ छोटे सेग्मेंट में कंपनी की एक बड़ी कार है, वहीं हौंडा की जैज़ मौजूदा समय में सबसे बड़ी प्रीमियम हैचबैक है। टाटा में हर्मन का सिस्टम है, वहीं हौंडा का अपना डिजिपैड सिस्टम है।
स्क्रीन का माप, बटन्स और स्पीकर्स
यदि दोनों गाड़ियों के स्क्रीन की तुलना की जाए, तो देखने में दोनों में कोई ख़ास फ़र्क़ नहीं मालूम होता है। वैसे भी अल्ट्रोज़ के स्क्रीन का साइज़ 7.0-इंच है, वहीं जैज़ का 6.9 इंच है। अल्ट्रोज़ का डिस्प्ले फ़्लोटिंग है, तो वहीं जैज़ का डैशबोर्ड में इंटीग्रेट किया हुआ है।
टाटा ने अल्ट्रोज़ के लॉन्च के दौरान उसमें कुछ बटन्स और कंट्रोल डायल्स दिए थे, लेकिन हाल ही में कंपनी ने इन्हें अल्ट्रोज़ के साथ-साथ नेक्सॉन से भी हटा दिया। इसके पीछे की वजह थी, कि ड्राइवर को वैसे भी सारे कंट्रोल्स स्टीयरिंग पर दिया गया है और पैसेंजर सीधे टचस्क्रीन का इस्तेमाल कर सकता है। जैज़ के मामले में हौंडा ने डिस्प्ले के दाएं ओर बटनन्स दिए हैं, जिनका इस्तेमाल वॉइस असिस्टेंट, वॉल्यूम का बढ़ाने-घटाने या मेन्यू पर जाने के लिए किया जा सकता है। अल्ट्रोज़ के टॉप मॉडल की बात की जाए, तो इसमें चार स्पीकर्स और चार टिवर्ट्स दिए गए हैं, जबकि जैज़ के टॉप स्पेक वर्ज़न में केवल चार स्पीकर्स दिए गए हैं।
इनुपट पोर्ट्स और चार्जिंग के विकल्प
हौंडा जैज़ इस मामले में अल्ट्रोज़ से आगे है। इसमें सामने दो यूएसबी पोर्ट्स और एक 12V का सॉकेट दिया गया है। वहीं एक यूएसबी पोर्ट मीडिया कनेक्शन के लिए है, दूसरा यूएसबी प्लग फ़ास्ट-चार्जिंग के लिए है। अल्ट्रोज़ में पीछे की ओर एक यूएसबी पोर्ट दिया गया है, जिससे फ़ास्ट चार्जिंग की जा सकती है और साथ 12V का सॉकेट भी दिया गया है। 12V पोर्ट से बड़े डिवाइस को चार्ज करना आसान होगा।
फ़ोन मिररिंग / वायरलेस कनेक्टिविटी और नेविगेशन
अल्ट्रोज़ और जैज़ दोनों के इंफ़ोटेन्मेंट सिस्टम में ऐप्पल कारप्ले व ऐंड्रॉइड ऑटो दिए गए हैं, लेकिन दोनों में ही वायरलेस कनेक्टिविटी का विकल्प नहीं दिया गया है। जैज़ के मामले में आपको वायरलेस चार्जर ऐक्ससरी के रूप में मिल सकता है और आप इसे 12V सॉकेट में कनेक्ट कर सकते हैं। हमें उम्मीद है, कि दोनों कार्स में भविष्य में वायरलेस फ़ोन मिररिंग और चार्जिंग का विकल्प स्टैंडर्ड तौर पर दिया जाएगा। हर्मन इंफ़ोटेन्मेंट सिस्टम के आने से टाटा ने फ़ोन मिररिंग की मदद से नेविगेशन ऑफ़र किया है। वहीं जैज़ में भी यह सुविधा उपलब्ध है।
कनेक्टेड कार टेक्नोलॉजी
टाटा आईआरए सिस्टम की मदद से कनेक्टेड टेक ऑफ़र करता है, जिसमें रीमोट से गाड़ी को खोलने, कार ढूंढ़ने, वैले मोड, जियो-फ़ेंसिंग, रोडसाइड असिस्टेंस, पता के आधार पर नेविगेशन, वीइकल स्टेटस और ड्राइवर के व्यवहार के विश्लेषण जैसी सुविधाएं मिलती हैं। जैज़ में भी इसी तरह के फ़ीचर्स दिए गए हैं, जिनमें स्पीड अलर्ट, जियो-फ़ेंसिंग, कार तक पहुंचने में मदद, लाइव लोकेशन और सर्विस रिमाइंडर जैसी सुविधाएं शामिल हैं। अल्ट्रोज़ में यह सिस्टम बिल्ट-इन है, तो वहीं जैज़ में ओबीडी-II पोर्ट की मदद से इसका इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि, पांचवी-जनरेशन हौंडा सिटी में अलेक्सा और ओके गूगल सपोर्ट जैसे कई और भी नए फ़ीचर्स हैं। इससे हमें उम्मीद है, कि ये सभी जल्द ही जैज़ में भी मिल सकते हैं।
मत
दोनों ही गाड़ियों में दिए गए फ़ीचर्स क़रीब-क़रीब एक बराबर ही हैं। कुछ छोटे-बड़े अतिरिक्त फ़ीचर्स और ढेरों वेरीएंट्स के विकल्पों ने अल्ट्रोज़ को जैज़ के मुक़ाबले आगे रखा है।
टाटा अल्ट्रोज़ की क़ीमत 6.35 लाख रुपए से 11.05 लाख रुपए के बीच है, वहीं हौंडा जैज़ की क़ीमत 8.57 लाख रुपए से 11.01 लाख रुपए (ऑन-रोड दिल्ली) के क़रीब है।
अनुवाद: सोनम गुप्ता