- भारत के दोनों प्लांट्स में प्रोडक्शन को करेगी बंद
- सीबीयू के रास्ते मॉडल्स किए जाएंगे ऑफ़र
फ़ोर्ड भारत ने देश में अपने प्रोडक्शन के सभी कार्यों को हमेशा के लिए बंद करने का ऐलान किया है। अमेरीकी कारनिर्माता अपने संसद असेम्ब्ली प्लांट को साल 2021 की चौथी तिमाही तो वहीं, चेन्नई के प्लांट में साल 2022 की दूसरी तिमाही तक अपने सभी कार्यों को पूरी तरह से रोक देगी।
हालांकि, कंपनी मस्टैंग कूपे, रेंजर पिकअप और मस्टैंग मैक-ई इलेक्ट्रिक को सीबीयू के रस्ते भारत में बेचेगी। बता दें, कि फ़ोर्ड भारत में कस्टमर सर्विस, आफ़्टरमार्केट पार्ट्स और वीइकल्स पर वॉरंटी की सेवा जारी रखेगी, जिससे ग्राहकों को कोई असुविधा नहीं होगी। इससे, स्टॉक की समाप्ति के बाद फ्रीस्टाइल, फ़िगो, एस्पायर और ऐंडेवर जैसे मॉडल्स की बिक्री भारत में बंद हो जाएगी।
साथ ही, प्रोडक्शन के बंद होने के कारण, भारत अब अंतराष्ट्रीय बाज़ार में फ़ोर्ड की गाड़ियों का निर्यात नहीं करेगा। इसका असर फ़ोर्ड कंपनी में काम कर रहे क़रीब 4,000 कर्मचारियों पर पड़ेगा।
इस साल की शुरुआत में, दोनों ही कार निर्माताओं ने अक्टूबर 2019 में शुरू की गई महिंद्रा और फ़ोर्ड की साझेदारी को तोड़ दिया था। इस साझेदारी के टूटने के चलते फ़ोर्ड के आने वाले मॉडल्स पर बुरा असर पड़ा था।
फ़ोर्ड भारत के प्रेसिडेंट और मैनेजिंग डायरेक्टर, अनुराग मेहरोत्रा ने कहा, 'फ़ोर्ड का सफ़र भारत में काफ़ी लम्बे समय से रहा है। हम अपनी पूरी कोशिश कर रहे हैं, कि ग्राहकों, कर्मचारियों, डीलर्स, और विक्रेताओं पर इसका कोई असर न पड़े। यह निर्णय पिछले कई सालों से हमें भारत में लगातार हो रहे नुकसान और सेल्स को बढ़ाने में असफ़लता के चलते लिया गया है।'
अनुवाद: विनय वाधवानी