क्या आप टोल बूथ पर की लंबी कतारों, छुट्टे के लिए हो रही खिटपिट से ऊब चुके हैं? और कई बार आपका सामना एक ऐसी स्थिति से हुआ है, जहां आप टोल पर पहुंचे और आपके पास छुट्टे पैसे नहीं हैं या कैश ऐन वक़्त पर मिल नहीं रहा, तो आपके लिए हम यहां एक अच्छी ख़बर लाए हैं। 1 दिसंबर से लागू होनेवाला नए फ़ास्टटैग नियम आपकी इन सारी समस्याओं को मिनटों में सुलझा देगा। आपको बता दें, पिछले चार सालों से फ़ास्टटैग देश में शुरू है, लेकिन इसे सरकार जल्द ही अनिवार्य बनाने जा रही है। फ़िलहाल देश के 400 टोल बूथ्स पर यह सुविधा उपलब्ध है और अगले साल तक यह सुविधा देश के हर एक टोल पर उपलब्ध कराने की कोशिश की जा रही है।
अब आपके मन में इस टैग से जुड़े कई सवाल उठ रहे होंगे, तो आपको कहीं जाने की ज़रूरत नहीं है, केवल नीचे की ओर स्क्रोल करें और यहां पाएं अपने सभी सवालों के जवाब।
फ़ास्टटैग क्या होता है? यह RFID (रेडियो फ्रीकवन्सी आइडेंटिफ़िकेशन) इनैबल्ड टैग है, जिसे गाड़ी के विंड शील्ड पर लगाना होगा। आप जैसे ही टोल से गुज़रेंगे, आपकी ओर से ऑटोमैटिकली भुगतान हो जाएगा। यह पेमेंट आपके प्री-पेड अकाउंट या फ़ास्टटैग से लिंक्ड ई-वॉलेट से किया जाएगा। इससे आपको पेमेंट करने के लिए टोल बूथ पर रुकना नहीं होगा।
इसे अपनी गाड़ी पर लगाने से मुझे क्या फ़ायदा होगा? सबसे पहले तो गाड़ी पर फ़ास्टटैग लगा होने से आपको टोल बूथ पर रुकना नहीं पड़ेगा और आपके पास उस वक़्त कैश हो, यह भी ज़रूरी नहीं होगा। आप आसानी से बिना किसी कतार में लगे, कुछ ही पलों में टोल पार कर जाएंगे। लेकिन यदि आपकी चार पहिया गाड़ी में यह टैग नहीं होगा, तो आपको अलग कतार में लगकर दोगुना टोल भरना होगा।
इसे अपनी गाड़ी पर कैसे लगाएं? आप यह फ़ास्टटैग RFID स्टिकर इन तीन जगहों में से कहीं से भी ख़रीद सकते हैं।
1. टोल प्लाज़ा
2. एमज़ॉन, पेटीएम, यूपीआई और गूगल पे जैसे ई-वॉलेट सिस्टम्स से
3. देशभर के 22 बैंक्स से वर्तमान समय में पेटीएम फ़ास्ट टैग्स के लिए मुफ़्त में पंजीकरण कर रहा है।
बस, ज़रूरत है, तो आपके पेटीएम अकाउंट में कम से कम 150 रुपए का बैलेंस रखने और 250 रुपए की सिक्योरिटी डिपॉज़िट रखने की। इसके अलावा जब आप टोल बूथ या 22 बैंक्स की लिस्ट में से किसी बैंक पर यह टैग लेने जाएंगे, यहां तक कि पेटीएम के लिए भी तो आपको गाड़ी की आरसी, गाड़ी के मालिक की पासपोर्ट साइज़ फ़ोटो और गाड़ी से जुड़े केवाईसी डॉक्यूमेंट्स भी दिखाने होंगे।
एक गाड़ी के लिए केवल एक टैग से क्या मतलब है और मैं अपने भुगतान के बारे में कैसे जानकारी पा सकता/सकती हूं? हर एक गाड़ी का RFID टैग अनूठा होगा। यानी कि यदि आपके पास कई सारी गाड़ियां हैं, तो आपको हर गाड़ी के लिए अलग-अलग RFID टैग लेना होगा। हर एक RFID टैग एक फ़ोन नंबर से जुड़ा होगा। अत: जब भी आपकी गाड़ी किसी टोल बूथ से गुज़रेगी, आपके पंजीकृत नंबर पर मैसेज के माध्यम से पेमेंट से जुड़ी सारी जानकारी पहुंच जाएगी।
यदि मैं दूसरे शहर में शिफ़्ट होना चाहूं या अपनी गाड़ी बेंचना चाहूं, तब क्या होगा?दोनों ही मामलों में उपभोक्ता को टैग इशू करनेवाली एजंसी को अपने शहर बदलने या गाड़ी का मालिकाना हक़ बदलने के बारे में जानकारी देनी होगी, ताकि टैग के इस्तेमाल को नियमित किया जा सके।