-मिड एसयूवी सेग्मेंट में हृयूंडे क्रेटा और किया सेल्टोस का रहा बोलबाला
-ऐंट्री हैचबैक सेग्मेंट में मारुति सुज़ुकी ऑल्टो, मारुति सुज़ुकी एस-प्रेसो और रेनो क्विड ने मारी बाजी
भारत में अगस्त महीने में कार की बिक्री बढ़ी है। पिछले महीने लगभग हर सेग्मेंट की गाड़ियों की बिक्री में इज़ाफ़ा हुआ है, लेकिन प्रीमियम एसयूवी की बिक्री में 16 प्रतिशत, प्रीमियम सिडैन के सेल्स में 40 प्रतिशत और लग्ज़री सिडैन की बिक्री में 39 प्रतिशत की कमीं दर्ज की गई है।
कॉम्पैक्ट हैचबैक सेग्मेंट की अगस्त 2020 में 56,151 यूनिट्स की बिक्री हुई है। इससे सेल्स के मामले में कॉम्पैक्ट हैचबैक सबसे आगे रही। भारत में ऐंट्री हैचबैक की अगस्त 2019 में 13,065 यूनिट्स की बिक्री हुई थी, वहीं अगस्त 2020 में यह आंकड़ा बढ़कर 23,887 यूनिट्स हो गया है। इससें ऐंट्री हैचबैक को पिछले साल के मुक़ाबले क़रीब 83 प्रतिशत का लाभ हुआ है। मिड एसयूवी सेग्मेंट की बिक्री में पिछले साल की तुलना में इस वर्ष 65 प्रतिशत का लाभ हुआ है। अगस्त 2019 में जहां 21,333 यूनिट्स की बिक्री हुई थी, वहीं अगस्त 2020 में यह बढ़कर 35,121 यूनिट्स हो गई है।
मिड एसयूवी सेग्मेंट में हृयूंडे क्रेटा और किया सेल्टोस की मांग अधिक रही, जिससे इसकी बिक्री में बढ़ोतरी हुई है। हृयूंडे क्रेटा की अगस्त 2019 में जहां 6,001 यूनिट्स की बिक्री हुई, वहीं अगस्त 2020 में इसकी बिक्री बढ़कर 11,754 यूनिट्स हो गई है। इससे हृयूंडे क्रेटा को पिछले साल के मुक़ाबले 96 प्रतिशत का लाभ हुआ है। किया सेल्टोस ने भी पिछले साल की तुलना में इस वर्ष बिक्री में 71 प्रतिशत का लाभ दर्ज किया है। किया सेल्टोस ने अगस्त 2019 में जहां 6,236 यूनिट्स की बिक्री की थी, वहीं अगस्त 2020 में यह आंकड़ा बढ़कर 10,655 यूनिट्स हो गया है।
पिछले महीने ऐंट्री हैचबैक बिक्री के मामले में सबसे आगे रही। अगस्त 2019 में जहां यह सिर्फ़ 10,123 यूनिट्स की बिक्री कर पाई थी, वहीं अगस्त 2020 में इसके 14,397 यूनिट्स बिके। इससे ऐंट्री हैचबैक के सेल्स में क़रीब 42 की वृद्धि हुई है। वहीं मारुति सुज़ुकी एस-प्रेसो की अगस्त 2020 में 5,312 यूनिट्स की बिक्री होने से यह दूसरी सबसे अधिक बिकने वाली कार बन गई है। रेनो क्विड के सेल्स में भी 68 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। अगस्त 2019 में जहां रेनो क्विड की 2,191 यूनिट्स की बिक्री हुई, वहीं अगस्त 2020 में यह आंकड़ा बढ़कर 3,677 यूनिट्स हो गया है।
कोरोना महामारी के समय मार्केट के हालातों को देखते हुए गाड़ियो की बढ़ती बिक्री सकारात्मकता को दर्शाती है और इससे यह अनुमान लगाया जा सकता है, कि प्रीमियम हैचबैक की गिरती मांग में भी आने वाले दिनों में वृद्धि देखने को मिल सकती है।